आमेट
प्रतिदिन संगत निःशुल्क नाम दीक्षा लेकर अपना जीवन सफल बनाएं : संत रामपाल जी महाराज
paliwalwani.comआमेट. संत रामपाल जी महाराज मबिर अमृत वाणी के अनुसार बताते है कि कबीर, तिलभर मछली खायके, कोटि गऊ दे दान...काशी करौंत ले मरे, तो भी नरक निदान...। तिल के समान भी मछली खाने वाले चाहे करोड़ो गाय दान कर लें, चाहे काशी कारोंत में सिर कटा ले, वे नरक में अवश्य जाएंगे. काटा कूटी जो करे, ते पाखंड को भेष...निश्चय राम न जा नहीं, कहैं कबीर संदेश...।
कबीर परमेश्वर ने कहा है कि जो पशु को मारकर उसकी देह काटा करते हैं, वह सब पाखंडी हैं...परमात्मा के विधान को नहीं जानते-यही मेरा संदेश है।.अतः संत रामपाल जी महाराज सर्व समाज से यही प्रार्थना करते है की मांस का सेवन त्यागकर शाकाहारी भोजन करे. संत जी सभी समाज को बुराई त्यागने का विकल्प बता रहे है, जिससे संत जी से दिन प्रतिदिन संगत निःशुल्क नाम दीक्षा लेकर अपना जीवन सफल बना रहे हैं. उक्त जानकारी समाजसेवी श्री राजू भोई ने पालीवाल वाणी को उपलब्ध कराई.