अहमदाबाद
आई हेट यू पापा..., आपने मुझे कभी बेटी नहीं समझा, आप मेरी मौत की वजह हैं… राजकोट में 11वी की छात्रा ने की आत्महत्या
Paliwalwaniअहमदाबाद. पिता के नाम सुसाइड नोट लिखने के बाद 11 वीं की छात्रा ने फांसी लगाकर जान दे दी। गुजरात में 11वीं की छात्रा की खुदकुशी के बाद एक भावुक सुसाइड नोट सामने आया है। राजकोट के धोराजी में हॉस्टल में रहकर वह पढ़ाई कर रही थी। सुसाइड नोट में छात्रा ने अपने पिता को मौत का जिम्मेदार ठहराया है। छात्रा ने लिखा है- आई हेट यू पापा....आपने मुझे कभी बेटी नहीं समझा, आप ही मेरी मौत की वजह हैं। घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया।
पंखे से लटककर दी जान
कुटियाना निवासी दिव्या डोडिया धोराजी के रॉयल स्कूल में पढ़ती थी। दिव्या विज्ञान वर्ग से इंटरमीडिएट कर रही थी। इसके चलते वह स्कूल के ही एक हॉस्टल में रहती थी। शुक्रवार रात दिव्या जब हॉस्टल के कमरे से नहीं निकली तो उसके कमरे में जांच की गई। दिव्या की डेडबॉडी एक पंखे से लटकी हुई मिली। मौके पर ही एक सुसाइड नोट भी मिला। इसमें दिव्या ने अपने पिता के नाम कुछ लाइनें लिखी हुई थीं।
पिता का गुस्सा बना कारण
पुलिस की जांच में सामने आया है कि दिव्या ने जान देने से पहले अपने पिता के नाम सुसाइड नोट लिखा और फिर जान दे दी। उसने अपने रूम नंबर 318 के पंखे से लटकरकर जान दे दी। सुसाइड नोट में दिव्या ने लिखा है, पापा मेरी मौत की एक ही वजह है, और वो हैं आप। मैं तुमसे बहुत नफरत करती हूं, क्योंकि आपने मुझे कभी अपनी बेटी नहीं समझा। आप केवल आदेश देना और गुस्सा जानते हैं।'
माँ से मांगी माफ़ी
दिव्या ने अपने सुसाइड नोट में जहां पिता को अपनी मौत का जिम्मेदार ठहराया है तो अपनी मां से माफी मांगी है। दिव्या ने सुसाइड नोट में लिखा, 'मां जब भी याद करोगी तो मैं तुम्हारे साथ होऊंगी। मां मुझे माफ कर दो मैं इतने तनाव में नहीं जी सकती हूं। मेरी आत्मा को कभी शांति नहीं मिलेगी। मैं अपने हर आंसू का बदला लूंगी।
कमरे में पढ़ाई करने की बात कहकर रुकी थी कमरे में
हॉस्टल वॉर्डन ने पुलिस को बताया है कि दिव्या ने जिस दिन पंखे से लटक कर जान दी, उसी दिन दोपहर में उसने चक्कर आने की शिकायत की थी। उसे अस्पताल ले जाया गसा था। वहां पर डॉ. भवनेश पटेल से जांच की थी। वॉर्डन के अनुसार सभी लड़कियां शाम 7:30 बजे डिनर के बाद ग्रुप स्टडी के लिए कॉमन हॉल में जाती हैं। शुक्रवार को दिव्या की तबीयत ठीक नहीं थी। उसने कमरे में पढ़ाई करने की बात कही। जब लड़कियां कॉमन रूम से पढ़ाई करके लौटीं, तब तक दिव्या पंखे से लटक चुकी थी।