दिल्ली

40 हजार लोगों को ब्यूटी एवं वेलनेस में प्रशिक्षित कर रिकॉर्ड बनाया -शहनाज हुसैन

Paliwalwani
40 हजार लोगों को ब्यूटी एवं वेलनेस में प्रशिक्षित कर रिकॉर्ड बनाया -शहनाज हुसैन
40 हजार लोगों को ब्यूटी एवं वेलनेस में प्रशिक्षित कर रिकॉर्ड बनाया -शहनाज हुसैन

नई दिल्ली। मोनिब खान ने पालीवाल वाणी को बताया कि आयुर्वेदिक सौंदर्य प्रसाधन बनाने वाली कंपनी व शहनाज हुसैन इंटरनेशनल एकेडमी ने पश्चिम बंगाल में अब तक 40 हजार लोगों को ब्यूटी एवं वेलनेस में प्रशिक्षित कर सरकार के कौशल विकाश कार्यक्रम में एक ही परियोजना के तहत सार्वधिक लोगों को प्रशिक्षित करने का रिकॉर्ड बनाया है। समूह ने इंडस समूह तथा राष्ट्रीय कौशल विकाश विकाश निगम के तहत काम करने वाले सेक्टर स्किल कॉउंसिल के साथ मिलकर इस परियोजना के साथ मिलकर इस परियोजना को अंजाम दिया परिक्षण के बाद सभी प्रसिक्षित लोगों को प्रमाण पत्र भी दिए गए।

दिव्यांग के लिए निशुल्क प्रशिक्षण

मोनिब खान ने पालीवाल वाणी को आगे बताया कि आज महिलाओं के लिए आदर्श स्थापित करने में जाना.पहचाना नाम एक ही आता है जो शहनाज हुसैन ग्रुप ऑफ कंपनीज की अध्यक्ष व प्रबंधक निर्देशक के मुताबिक दक्षता विकाश कार्यक्रम के जरिए निर्धन महिलाओं को प्रशिक्षण दे रही है। इनमें से कइयाें ने छोटे स्तर पर अपने ब्यूटी सैलून खोले है या फ्रीलांसर के रूप में उपार्जन कर रही है। इस तरह वो अपने घर में ही ग्राहकों को ब्यूटी केयर सेवा प्रदान कर रही है। आप सामाजिक हितो के प्रति समर्पित है और शारीरिक रूप से अक्षम, मूक बधिर एवं नेत्रहीनों को को निशुल्क प्रशिक्षण प्रदान कर रहे है। उनमे से कई ने परिवार की मदद से सैलून खोले है। महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए घर में ही छोटे स्तर पर सैलून खोलने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। जिसमें ब्यूटी पाठ्यक्रम में बुनियादी सैलून प्रबंधन और व्यवसाय प्रबंधन शामिल है।

मुस्लिम समाज की एक महिला का स्वतंत्र उधम सोच के परे था

सत्तर के दशक में मुस्लिम समाज की एक महिला का स्वतंत्र उधम सोच के परे था लेकिन अपने दृढ़ संकल्प से शहनाज हुसैन से न केवल शहनाज हुसैन ग्रुप ऑफ कंपनीज की स्थापना की बल्कि महिला सशक्तिकरण का एक सशक्त उदाहरण बन गयी। आज उनके संस्थान से स्किल ग्रहण कर हजारो की संख्या में महिला अपना उधम चला रही है। शहनाज हुसैन ग्रुप ऑफ कंपनीज की अध्यक्ष व प्रबंधक निर्देशक मानती है की अगर हौसला हो तो महिलाए पुरुष से भी अधिक सफल हो सकती है।

महिलाओं को जागरूक बनाने की जरूरत

वर्तमान समय में महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनने के लिए पेशेवर प्रशिक्षण व दक्षता विकाश अत्यंत जरूरी है। देश में शिक्षा की कमी अभी अहम् समस्या है। बदलाव लाने के लिए महिलाओं की बुनियादी शिक्षा व जागरूकता जरूरी है अल्पसंख्यक मामले का मंत्रालय महिलाओं को ज्ञान एवं उपकरण और तकनिकी प्रदान कर आत्मनिर्भर बनाना चाहता है जिससे सरकारी व गैर सरकारी एजेंसियों की योजनाओं का लाभ उठा सकती है। महिलाओं को शिक्षा रोजगार, स्वास्थ, स्वक्षता, टीकाकरण और परिवार नियोजन संबंधी योजनाओं के बारे में जागरूक बनाने की जरूरत है।

40 हजार लोगों को ब्यूटी एवं वेलनेस में प्रशिक्षित कर रिकॉर्ड बनाया -शहनाज हुसैन
पालीवाल वाणी ब्यूरो

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