उत्तर प्रदेश

बिल्डर और प्राधिकरण के बीच विवाद : सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद नोएडा में घर खरीदार परेशान

Paliwalwani
बिल्डर और प्राधिकरण के बीच विवाद : सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद नोएडा में घर खरीदार परेशान
बिल्डर और प्राधिकरण के बीच विवाद : सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद नोएडा में घर खरीदार परेशान

आदित्य कुमार...

नोएडा : उत्तर प्रदेश के नोएडा और ग्रेटर नोएडा शहर में अक्सर प्राधिकरण, बिल्डर और सोसाइटी वालों के बीच विवाद के मामले सामने आते रहते हैं. इस बार मामला बिल्डर और प्राधिकरण के बीच का है. दरअसल बिल्डर ने प्राधिकरण को बकाया पैसा नहीं चुकाया और प्राधिकरण ने कंपाउंड इंटरेस्ट के साथ पैसे की डिमांड कर दी है. जिसके बाद पूरे मामले को लेकर बिल्डर्स कोर्ट में चले गए थे. जिसके कारण एक लाख से भी ज्यादा फ्लैट बायर्स की रजिस्ट्री नोएडा व ग्रेटर नोएडा में रुकी हुई है.

हालांकि बीते दिनों सुप्रीम कोर्ट ने बिल्डरों को बकाया भुगतान चुकाने का निर्देश दिया है. जिसके बाद हजारों फ्लैट बायर्स को घर मिलने के आसार जगे हैं, लेकिन रास्ता इतना भी आसान नहीं है. इस मामले में विस्तार से बता रही हैं, फ्लैट बायर्स के लिए काम करने वाली संस्था नेफोवा की महासचिव श्वेता भारती. नेफोवा की महासचिव श्वेता भारती से खास बातचीत के कुछ अंश.

Q. क्या है पूरा मामला?

A. कंपाउंड इंटरेस्ट के साथ जो बकाया मांगे गए थे. उसके बाद बिल्डर्स का एक समूह कोर्ट चला गया था. इस पूरे मामले के कारण पिछले दस सालों से रजिस्ट्री रुकी हुई है. हालांकि कोर्ट ने बिल्डर्स को सारे पैसे चुकाने के निर्देश दिए हैं. अब देखना है कि, आगे क्या कार्रवाई होती है.

Q. क्या अब आसान होगी रजिस्ट्री

A. इतना जल्दी कुछ भी कहना आसान नहीं है. क्योंकि जब तक नोएडा और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की मंशा साफ नहीं होती तब तक कुछ भी आसान नहीं होगा. ऐसा इसलिए क्योंकि, इससे पहले भी कई फैसले हुए. लेकिन फ्लैट बायर्स को लाभ नहीं मिला. कोर्ट के फैसले से पहले बिल्डर्स के पास बहाना था कि मामला कोर्ट में है, फैसले के बाद बिल्डर्स बहाना पैसे नहीं होने के लगा सकते हैं.

Q. कहां कमी रह जाती है?

A. यही तो बड़ा प्रश्न है कि, मामला कोर्ट में ही क्यों जाता है. क्या यहां के प्राधिकरण अपना काम सही से नहीं कर रहे?. जब बिल्डर्स ने हमसे पैसे ले लिए तो उन्होंने प्राधिकरण को क्यों नहीं दिया?. हमने कई बार शिकायत दी पर ध्यान नहीं दिया गया. इस सारे ठगी का सूत्रधार बिल्डर्स और प्राधिकरण के अधिकारी समान रूप से हैं.

Q.आपसे से लोग कॉन्टैक्ट कैसे करें?

A. लोग हमसे nefowa के सोशल मीडिया साइट्स पर भी कॉन्टैक्ट कर सकते हैं. साथ ही हमारा वेबसाइट nefowa.org पर भी कनेक्ट कर सकते हैं.

whatsapp share facebook share twitter share telegram share linkedin share
Related News
Latest News
Trending News