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बजरंग दल बैन को लेकर फसी कांग्रेस, आचार्य प्रमोद बोले - बजरंग बली को छेड़ने की क्या जरूरत थी?
Paliwalwaniकर्नाटक. कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 के लिए कांग्रेस ने अपना घोषणापत्र जारी किया. इस घोषणापत्र में सबसे ज्यादा चर्चा बजरंग दल को बैन करने को लेकर हुई. दरअसल, कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में कहा कि अगर उसकी सरकार बनती है, तो वह बजरंग दल और पीएफआई जैसे संगठनों पर बैन लगाएगी. बैन करने की मांग के बाद से ही Bajrang Dal कांग्रेस पर आगबबूला है. संगठन ने कई जगह विरोध-प्रदर्शन भी किए हैं. वहीं, कांग्रेस के नेताओं ने भी पार्टी के इस फैसले पर सवाल उठाए हैं.
वहीं, बजरंग दल पर बैन लगाने के वादे के विरोध में बीजेपी हमलावर हो चुकी है. पार्टी ने ऐलान किया है कि वह कर्नाटक के हर मंदिर, ग्राम पंचायत में हनुमान चालीसा का पाठ करेगी. 4 मई को शाम 7 बजे कर्नाटक के हर मंदिर, ग्राम पंचायत, शहरी इलाके में हनुमान चालीसा का पाठ किया जाएगा. बीजेपी ने अब इस मुद्दे को चुनावी मुद्दे में तब्दील कर दिया है. हनुमान चालीसा के पाठ करने की जिम्मेदारी विहिप और हिंदू संगठनों की होगी.
आचार्य प्रमोद ने पार्टी को घेरा
कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने बजरंग दल पर बैन लगाने के फैसले को लेकर पार्टी से सवाल किया है. उन्होंने एक ट्वीट के जरिए कहा, ‘जहरीला ‘सांप’ अभी तक ‘गले’ में पड़ा हुआ है, बजरंग बली को ‘छेड़ने’ की क्या जरूरत थी…?’ इस ट्वीट के साथ उन्होंने हैशटैग कर्नाटक चुनाव का भी इस्तेमाल किया. इससे ये साफ हो गया कि वे कर्नाटक चुनाव को लेकर जारी किए गए कांग्रेस के घोषणापत्र पर सवाल उठा रहे थे.
ज़हरीला “सॉप” अभी तक “गले”
— Acharya Pramod (@AcharyaPramodk) May 3, 2023
में पड़ा हुआ है, बजरंग बली को “छेड़ने” की क्या ज़रूरत थी….? #KarnatakaElection
कमलनाथ ने उठाए पार्टी पर सवाल
बजरंग दल को बैन करने को लेकर जब पीसीसी चीफ कमलनाथ से सवाल किया गया, तो उन्होंने भी इशारों-इशारों में पार्टी के फैसले पर सवाल उठाए. कमलनाथ ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट पहले ही कह चुका है कि अगर कोई संस्था या व्यक्ति सामाजिक विवाद पैदा करता है, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.
रिपोटर्स ने कांग्रेस के घोषणापत्र और बजरंग दल को बैन करने को लेकर कमलनाथ से स्पष्ट तरीके से सवाल किया. इस पर उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट और जनता पहले से ही कह रही है कि जो भी समाज में नफरता फैलाए या विवाद करवाए, उस पर कार्रवाई होनी चाहिए.
वहीं, बैन को लेकर दिल्ली समेत देशभर में बजरंग दल प्रदर्शन कर रहा है. बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस के दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया. इसके अलावा, कई सारे हिंदू संगठनों ने भी कांग्रेस के खिलाफ प्रदर्शन करने का ऐलान किया है.