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बिहार : पुलिस DGP- मां-बाप की मर्जी से करें शादी, वरना वैश्यावृति में पहुंच जाती हैं लड़कियां...

Paliwalwani
बिहार : पुलिस DGP- मां-बाप की मर्जी से करें शादी, वरना वैश्यावृति में पहुंच जाती हैं लड़कियां...
बिहार : पुलिस DGP- मां-बाप की मर्जी से करें शादी, वरना वैश्यावृति में पहुंच जाती हैं लड़कियां...

बिहार की लड़कियों की सामाजिक हालात सुधारने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार 2005 से अलग-अलग योजनाएं लागू कर रहे हैं। सीएम नीतीश इन दिनों भी समाज सुधार अभियान पर निकले हुए हैं। पंचायत चुनाव हो चाहे, सरकारी नौकरी या फिर स्कूली और उच्च शिक्षा हर जगह सीएम नीतीश लगातार समाज की महिलाओं को उनका हक दिलाने की कोशिश में जुटे हैं। वहीं उनके शासन में पुलिस महकमे के सबसे बड़े अफसर ने महिलाओं की स्वतंत्रता विरोधी बातें कही है।

समाज सुधार अभियान के दौरान सीएम नीतीश जहां मंच से शराबबंदी के साथ दहेज प्रथा और बाल विवाह जैसी सामाजिक कुरीतियों पर अपनी बात रख रहे थे वहीं उसी मंच से बिहार पुलिस के डीजीपी एसके सिंघल ने 21वीं सदी की बेटियों को अजीबोगरीब नसीहत दे गए। बिहार के डीजीपी ने कहा है कि बेटियों को अपने मां-बाप की मर्जी से ही शादी करनी चाहिए। डीजीपी साहब यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि जो बेटियां मां बाप की मर्जी के बगैर खुद फैसला ले रही हैं उनके साथ बहुत बुरा भी हो रहा है।

DGP एसके सिंघल ने कहा, ‘कई सारी हमारी बेटियां शादी करने के लिए घर से बिना मां-पिता की मर्जी के चली जाती हैं। इसके इतने दुखद परिणाम निकलते हैं कि कइयों की हत्या हो जाती है। कई सारी हमारी बेटियां वेश्यावृति तक में पहुंच जाती हैं। उनका कोई ठिकाना नहीं रहता है, जिंदगी में वो क्या कर पाएंगी, वो कुछ भी सही प्रकार से नहीं रह पाता है। उसका बहुत सारा दुख परिवार के सदस्यों और मां-पिताजी को उठाना होता है।’DGP सिंघल ने कहा, ‘मैं बेटियों के माता पिता से अनुरोध करुंगा कि वे अपने बेटा बेटी से लगातार बातचीत करते रहें, उनको अच्छे से संस्कार दे।

उनकी भावनाओं को अच्छे से समझे और अपने परिवार को मजबूती से जोड़ें।’ डीजीपी ने कहा कि समाज में अपराध को रोकने के लिए पुलिस तो अपना काम करती ही है, लेकिन अगर अभिभावक अपने बच्चों पर ध्यान दें तो बेटा-बेटी हमेशा अच्छे राह पर जाएंगे। गुरुवार को समस्तीपुर में समाज सुधार अभियान के तहत पहुंचे थे। इस आयोजन का मुख्य विषय नशामुक्त, शराबबंदी, दहेज प्रथा और बाल विवाह है।

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