राजसमन्द
भावना पालीवाल का अनूठा कपड़ा बैंक : लॉक डाउन में जरुरतमंदो की बनी मददगार
paliwalwani.comदेवगढ़. मानव सेवा ही सर्वश्रेष्ठ सेवा के उद्देश्य को सार्थक करते हुए गरीबो की मदद के लिए लगातार भावना महेश पालीवाल का कपड़ा बेंक जिले के ग्रामीण अंचलो को सुविधा प्रदान कर रहा है. देवगढ़ निवासी भावना पालीवाल ओर उनकी टीम द्वारा पिछले 9 महीनो से जिले मे कई स्थानो पर जरूरतमंदों की सहायता प्रदान कर रही हैं, जो अपने आप में एक मिशाल हैं. भावना महेश पालीवाल ने इंदौर मेरी पहचान को बताया की जब वह पिछले वर्ष नवंबर माह मे कंबल बांटने निकली तो एक व्यक्ति को कड़ाके की ठंड में बिना कपड़ा के ठिठुरते देखकर मन द्रवित हो गया. तब से यह सोचने लगी कि ऐसे एक नहीं कई लोग होंगे. तो क्यों नहीं एक कपड़ा बैंक बनाया जाए. इसमें समाज का सहयोग लिया जाए. इसी भावना से संपन्न लोगों से संपर्क कर उन्हे बताया की वो कपड़ा बैंक बनाना चाह रही है, जिसमे आप अपनी जरूरत के अनुसार कपड़े डोनेट कर सकते है.
● सोशल मीडिया के माध्यम से मिल रही है सफलता : सोशल मीडिया के माध्यम से भी भावना ने अपील करते हुए कहा कि गरीब व जरूरतमंदों की मदद करना सबसे बड़ा पुण्य का काम है. हम सब को एक छोटी सी पहल करते हुए अपने पुराने कपड़ों से जरूरतमंद लोगों की मदद करनी चाहिए. इससे हमारे कपड़े का सदुपयोग होगा और जरूरतमंदों को ठंड से काफी राहत मिलेगी. इस अपील से कई लोगो ने संपर्क किया ओर टीम द्वारा उनके घर जाकर ऊनी वस्त्र, बच्चो के कपड़े, नए ओर पुराने जैकेट, कपड़े विक्रेताओ के पास वेस्ट सामग्री को एक जगह एकत्रित कर उसे व्यवस्थित किया. कपड़ा बैंक के लिए एक सिस्टम विकसित किया गया है. जिसे मोबाइल वेन के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रो की कमजोर बस्तियो में कपड़े लेकर जाते हैं. यहां भी वे लोगों को सभी प्रकार के कपड़े दिखाकर उनकी पसंद और नाप के हिसाब से ही कपड़े देते हैं. अब तक करीब 5000 से अधिक जरुरतमंदो तक पहुच चुके है. भावना पालीवाल ने कहा की देवगढ़ इस पते पर भावना पालीवाल, माणक चौक, देवगढ़ जिला राजसमंद राजस्थान पर कोई भी एक भी जरुरतमंदो तक पहुचाने वाली सामग्री भेज सकता है. जिसका आने जाने का खर्च मेरे द्वारा दिया जाएगा.
● इस प्रकार करता है कपड़ा बैंक कार्य पुराने कपड़ों को फेंके न बैंक में कराए जमा : कपड़ा बैंक की संचालक भावना पालीवाल ने आगे बताया कि बैंक में जो भी कपड़े जमा होंगे. उन्हें साफ करने के बाद ही जरूरतमंदों को दिए जाएंगे. उन्होंने लोगों से अपील की है कि पुराने कपड़ों को फेंकने के स्थान पर बैंक में जमा कराए, ताकि समाज के ऐसे लोगों को कपड़ों का वितरण किया जा सके, जो वास्तव में जरूरतमंद हैं. कपड़ा बैंक की सबसे खास बात यह है कि लोगों से प्राप्त पुराने कपड़े की धुलाई कराई जाती है. इसके बाद आयरन करने के बाद शोरूम नुमा कपड़ा बैंक में सजाकर रखा जाता है. एकत्रित किए गए कपड़ों को सुदूरवर्ती गावों में गरीबों के बीच वितरित किया जाता है. धीरे-धीरे लोगो द्वारा अब जूते, किताबे बच्चो के लिए खिलोने अन्य सामग्री प्रदान की जा रही है.
● Indore Meri Pehchan...✍️