राजसमन्द

सांस्कृतिक-धार्मिक पर्व गणगौर महोत्सव 29 मार्च से

Suresh Bhat
सांस्कृतिक-धार्मिक पर्व गणगौर महोत्सव 29 मार्च से
सांस्कृतिक-धार्मिक पर्व गणगौर महोत्सव 29 मार्च से

 कांकरोली । अपनी भव्यता एवं विशिष्टता के लिए पूरे राजस्थान में पहचाना जाने वाला जिले का सांस्कृतिक व धार्मिक पर्व गणगौर महोत्सव इस बार आगामी 29 मार्च से आयोजित होगा। नगर परिषद के तत्वावधान में कांकरोली स्थित बालकृष्ण स्टेडियम में आयोजित होने वाले चार दिवसीय महोत्सव को लेकर सभापति सुरेश पालीवाल की अध्यक्षता में हुई । गणगौर महोत्सव समिति की पहली बैठक आयोजित कर मेले की की रूपरेखा तय की गई तथा महोत्सव परम्परागत ढंग से पूर्ण उत्साह व धूमधाम से मनाने तथा गणगौर सवारी सहित महोत्सव से जुड़े सभी कार्यक्रमों को और अधिक भव्य एवं आकर्षक रूप देने का निर्णय किया गया है।

झील में 11 सौ दीप प्रज्ज्वलित किए जाएंगे

बैठक में समिति सदस्यों ने आयोजन को अधिकाधिक आकर्षक व भव्य बनाने एवं इसके स्वरूप को और अधिक निखारने के सम्बन्ध में अपने सुझाव दिए जिस पर सभी ने विचार कर अग्रिम रणनीति तैयार की। सभापति सुरेश पालीवाल  ने पालीवाल वाणी को बताया कि  महोत्सव के पहले दिन 29 मार्च को भारतीय नववर्ष के उपलक्ष्य में शाम को प्रभु द्वारकाधीश मंदिर के समीप झील किनारे भव्य आतिशबाजी की जाएगी एवं इसके साथ ही झील में दीपदान होगा। इसके तहत झील में 11 सौ दीप प्रज्ज्वलित किए जाएंगे।

मशहूर शोरगर कलाकारों के माध्यम से रंग-बिरंगी आतिशबाजी

इसके बाद नववर्ष के स्वागत में संध्या वेला में मेला प्रांगण बालकृष्ण स्टेडियम में मशहूर शोरगर कलाकारों के माध्यम से रंग-बिरंगी आतिशबाजी की जाएगी। मेला स्थल पर सफाई-स्वच्छता, रंग-बिरंगी फर्रियों व रोशनी से साज-सज्जा करने, पेयजल व प्रकाश की माकूल व्यवस्था करने, दर्शक व अतिथि दीर्घा, मंच, आतिथ्य सत्कार, आयोजन सम्बन्धी अधिकाधिक प्रचार-प्रसार करने जैसे तमाम बिंदुओं पर भी विचार-विमर्श किया गया। बैठक में उप सभापति अर्जुन मेवाड़ा, आयुक्त ब्रजेश रॉय, समिति सदस्य पार्षद हेमंत गुर्जर, कुशलेन्द्र दाधीच, रोहित पंचोली, राजकुमारी पालीवाल, निलोफर बानू, दीपक शर्मा, जया माली, उत्तम कावडिय़ा सहित परिषद कर्मचारी उपस्थित थे।

ये रहेंगे कार्यक्रम-विराट कवि सम्मेलन का आयोजन होगा

सभापति सुरेश पालीवाल  ने पालीवाल वाणी को बताया कि महोत्सव के दूसरे दिन 30 मार्च को सांयकाल प्रभु द्वारकाधीश मंदिर से चून्दड़ी गणगौर की परम्परागत सवारी पूरे ठाठ-बाठ व शानो-शौकत के साथ निकलेगी जो पूर्व निर्धारित मार्ग से होते हुए मेला स्थल पहुंचेगी जहां विधिपूर्वक पूजा-अर्चना की रस्म पूर्ण होगी। इसके बाद रात्रिकालीन कार्यक्रम के तहत सांस्कृतिक-संगीत संध्या आयोजित होगी जिसमें जाने-माने कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देंगे। इसी कड़ी में 31 मार्च को सांयकाल द्वारकाधीश मंदिर से हरी गणगौर की सवारी निकलेगी। वहीं रात्रि में फिल्म स्टार नाईट का कार्यक्रम होगा जिसमें फिल्म जगत से जुड़े कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देंगे। महोत्सव के आखरी दिन एक अप्रेल को सांयकाल गुलाबी गणगौर की परम्परागत सवारी द्वारकाधीश मंदिर से रवाना होकर महोत्सव स्थल पहुंचेगी इसके बाद रात्रि में अखिल भारतीय कवि विराट सम्मेलन का आयोजन होगा जिसमें विभिन्न क्षेत्रों से आमंत्रित किए जाने वाले प्रसिद्ध रचनाकार शिरकत करेंगे।

प्रेरणादायी झांकियों होंगी शामिल

सभापति सुरेश पालीवाल  ने पालीवाल वाणी को बताया कि गणगौर सवारी को और अधिक आकर्षक बनाने, सवारी में पर्यावरण संरक्षण, स्वच्छता, बेटी बचाओ अभियान जैसे राष्ट्रीय कार्यक्रमों पर आधारित प्रेरणादायी झांकियों सहित कुछ नई झांकियां तथा नई आकर्षक बैण्ड पार्टी शामिल करने, सवारी के मार्ग में पुराना बस स्टेण्ड से स्टेडियम तक जन सुविधार्थ सडक़ के दोनों ओर बेरिकेड्स लगाने, मार्ग में रंग-बिरंगी विद्युत सजावट करने आदि पर सदस्यों ने अपनी बात रखी।

. सांस्कृतिक-धार्मिक पर्व गणगौर महोत्सव 29 मार्च से
. महोत्सव समिति की बैठक में चार दिवसीय आयोजन की रूपरेखा तय
. महोत्सव को और अधिक भव्य एवं आकर्षक बनाने का किया निर्णय
. अखिल भारतीय कवि विराट सम्मेलन का आयोजन होगा
. स्वच्छता, बेटी बचाओ अभियान जैसे राष्ट्रीय कार्यक्रमों पर नई झांकियां

गणगौर महोत्सव को लेकर नगर परिषद कार्यालय में आयोजित बैठक में चर्चा करते सभापति सुरेश पालीवाल व मेला समिति सदस्य। फोटो-सुरेश भाट

 

whatsapp share facebook share twitter share telegram share linkedin share
Related News
Latest News
Trending News