राजसमन्द

द्वारिकाधीश मंदिर पिछले तीन सालों से पारिवारिक विवाद से सुर्खियों में

सुरेश भाट, देवनारायण पालीवाल
द्वारिकाधीश मंदिर पिछले तीन सालों से पारिवारिक विवाद से सुर्खियों में
द्वारिकाधीश मंदिर पिछले तीन सालों से पारिवारिक विवाद से सुर्खियों में

राजसमंद। वैष्णव सम्प्रदाय की तृतीय पीठ प्रभु द्वारिकाधीश मंदिर में अग्निकाण्ड केबा दसे ही पिछले सालों से मानों की ग्रहण सा लग गया है। मंदिर में आए दिन नित नए विवादों से मंदिर की प्रतिष्ठा व श्रद्धालुओं की धार्मिक आस्थाओं के साथ कुठारागात किया जा रहा है। जिसकों लेकर शहर के जागरूक प्रबुद्धजनों ने मंदिर की मर्यादाओं को बनाए रखने के लिए प्रभु द्वारिकाधीश मंदिर को देवस्थान विभाग के अधिन लेकर मंदिर ट्रस्ट बनाने के लिए हजारों शहरवासियों के हस्ताक्षर सुदा ज्ञापन मुख्यमंत्री वसुन्धराराजे सिंधिया के नाम भेजा।

हस्ताक्षर अभियान चलाकर मंदिर ट्रस्ट बनाने की मांग

शहरवासियों ने गुरूवार सांय कांकरोली चौपाटी पर हस्ताक्षर अभियान चलाकर ट्रस्ट बनाने के लिए शहर वासियों से हस्ताक्षर करवाए। ज्ञापन में बताया कि पिछले कुछ सालों से गोस्वामी परिवार में अपने निजी स्वार्थ को लेकर विवाद चलरहा है। विवाद के परिणाम स्वरूप सम्पति विवाद, नकली मूर्ति प्रकरण, गर्भगृह में अग्निकाण्ड तथा वर्तमान में अधिकमास में होने वाले मनारथों को लेकर विवादों के चलते सुर्खिया में बने हुए है। यहीं नहीं बताया जा रहा है कि गोस्वामी परिवार के बड़े मुखियाा बृजेशकुमार महाराज द्वारा गत दिनों स्वीकार किया गया कि पारिवारिक विवाद से प्रभु शंसित हुए है। गोस्वामी परिवार के मुखियाा द्वारा विवाद को स्वीकार करना ही सबसे बड़ा प्रमाण है। शहरवासियों ने मंदिर को सरकार के अधिन करवाने की मांग की है। शहरवासी चाहते है कि द्वारिकाधीश मंदिर के संचालन पर सरकार का हस्तक्षेप हो और विवाद समाप्ती हो सके। प्रभु द्वारिकाधीश मंदिर पर कांकरोली शहर का ही नहीं वरन देश भर की प्रतिष्ठा दाव पर लगी हुई है।
फोटो-राजसमंद। द्वारिकाधीश मंदिर को ट्रस्ट में लेने की मांगको लेकर हस्ताक्षर करते शहरवासी।

पालीवाल वाणी ब्यूरो-सुरेश भाट, देवनारायण पालीवाल ✍️
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