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24 युवाओं से सेना भर्ती के नाम पर ऐंठे 1.12 करोड़ रुपये लेकर फर्जी ज्वाइनिंग लेटर बांटता था
paliwalwani
चन्दौली. जिला मे सेना भर्ती के नाम पर 24 युवकों से करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले गिरोह के सरगना को एसटीएफ ने विभूतिखंड थाना क्षेत्र से गुरुवार को गिरफ्तार किया। फर्जी ज्वाइनिंग लेटर युवकों को दिया तो ठगी की जानकारी हुई। एसटीएफ ने आरोपित के पास से नकदी व दस्तावेज बरामद किए हैं।
खुद को कर्नल बताकर ठगी करता था। फिलहाल पूछताछ कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।एसटीएफ के पुलिस अधीक्षक विशाल विक्रम सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित चंदौली के धानापुर बमनियांव रायपुर निवासी रविकांत यादव है। आरोपित ने पूछताछ में बताया कि वर्ष 2018 में हाईस्कूल पास कर भारतीय सेना में सिपाही के पद पर भर्ती हुआ था। वर्ष 2021 में सेना से छुट्टी लेकर घर आया था।
गांव के आसपास के लोगों को बताया कि वह सेना में कर्नल है। सेना में भर्ती करा सकता है। इसके बाद उसने चार युवकों से लगभग 20 लाख रुपये लेकर फर्जी ज्वाइनिंग लेटर दिया था।बताते चलें कि उन लोगों ने चंदौली के धानापुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। जिस पर चंदौली पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
रविकांत यादव वाराणसी जेल में बंद था। करीब चार महीने बाद गोरखपुर के जबलपुर थाने में मध्यप्रदेश पुलिस ने रविकांत यादव के खिलाफ सेना में भर्ती कराने के नाम पर ठगी के मुकदमे की जानकारी दी।उन दोनों मुकदमे में जमानत होने के बाद दिसंबर 2022 में सेना को रिकवरी के 11 लाख 85 हजार रुपये देकर त्यागपत्र दे दिया।
वर्ष 2023 में उसके दोस्त ध्रुव जो सेना में सूबेदार के पद पर तैनात हैं। उसने फर्रुखाबाद निवासी शेर सिंह व चार से पांच अन्य युवकों से मिलवाया। जिसके बाद सेना के नर्सिंग विभाग में 11 लाख व अग्निवीर में पांच लाख में भर्ती कराने की बात हुई। शेर सिंह समेत अन्य 22 युवकों ने भर्ती के नाम पर एक करोड़ बारह लाख रुपये रविकांत को बैंक खाते में दिए थे।
इसके बाद सेना में भर्ती की प्रक्रिया कराते हुए फर्जी ज्वाइनिंग लेटर दिया। जब उस ज्वाइनिंग लेटर के बारे में जानकारी की गई तो पता चला की लेटर फर्जी है। इसके बाद फिर शेर सिंह समेत अन्य ने मुकदमा दर्ज कराया।