अन्य ख़बरे

पुरानी पेंशन बहाली के लिए : महासंघ की सरकार को दो टूक, चुनावों में लेंगे बदला

Paliwalwani
पुरानी पेंशन बहाली के लिए : महासंघ की सरकार को दो टूक, चुनावों में लेंगे बदला
पुरानी पेंशन बहाली के लिए : महासंघ की सरकार को दो टूक, चुनावों में लेंगे बदला

हिमाचल : नई पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ के प्रदेशाध्यक्ष प्रदीप ठाकुर ने कहा कि प्रदेश के कर्मचारी छह स्थानों पर कर्मचारी पुरानी पेंशन बहाली के लिए क्रमिक अनशन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि महासंघ का क्रमिक अनशन चुनाव आचार संहिता तक चलेगा। 

चुनाव आचार संहिता तक इंतजार किया जाएगा कि वर्तमान सरकार कर्मचारियों की पेंशन बहाल कर दें, यदि सरकार पुरानी पेंशन बहाल नहीं करती, तो इस बार कर्मचारी अपना वोट पुरानी पेंशन बहाली के लिए देंगे। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों ने पिछले छह वर्षों से संघर्ष किया है और अब वह पुरानी पेंशन बहाली से कम कुछ नहीं चाहते।

 उन्होंने कहा कि प्रदेश में लगभग डेढ़ लाख कर्मचारी एनपीएस में आते हैं और एक लाख कर्मचारी पुरानी पेंशन में आते हैं, सभी चाहते हैं कि प्रदेश में पेंशन बहाल हो। कर्मचारियों की यह संख्या लगभग अढ़ाई लाख के आसपास बैठती है। उन्होंने कहा कि जिसका सीधा मतलब है कि कर्मचारी यदि चुनावों में किसी भी दल का समर्थन या विरोध करते हैं, तो यह संख्या उनके परिवार और अन्य साथियों के साथ दस लाख तक पहुंच सकती है।

उन्होंने कहा कि पिछले चुनावों को देखा जाए तो 23 ऐसी विधानसभा सीटें हैं जहां 2000 या इससे कम का अंतर यहां के चुनावों में रहा है, जिसका मतलब यह होता है कि कर्मचारी इस बार चुनावों में बहुत असरदार साबित होंगे और सरकार किसकी बनेगी यह निर्णय भी कर्मचारी ही करेंगे। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों ने अपनी मांग को लगातार विभिन्न माध्यमों से सरकार के समक्ष रखा है और सरकार ने लगातार कर्मचारियों को गुमराह करने का काम किया है। 

उन्होंने कहा कि पुरानी पेंशन बहाली के लिए मंडी में चल रहे क्रमिक अनशन को गुरुवार को 43दिन पूरे हो गए है। इस मौके पर नई पेंशन स्कीम कर्मचारी महासंघ के राज्य अध्यक्ष प्रदीप ठाकुर तथा राज्य सलाहकार कन्हैया राम सैणी, मंडी के अध्यक्ष लेखराज, मंडी के पूर्व अध्यक्ष भीम सिंह ठाकुर, रिवालसर ब्लॉक के अध्यक्ष कृष्ण यादव तथा समाजसेवी अशोक अवस्थी व अन्य साथी क्रमिक अनशन पर बैठे साथियों का हौसला बढ़ाने के लिए क्रमिक अनशन स्थल पर पहुंचे।

whatsapp share facebook share twitter share telegram share linkedin share
Related News
GOOGLE
Latest News
Trending News