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पालीवाल पूर्वजों को श्रद्धांजलि देकर एकता दिवस मनाया

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पालीवाल पूर्वजों को श्रद्धांजलि देकर एकता दिवस मनाया
पालीवाल पूर्वजों को श्रद्धांजलि देकर एकता दिवस मनाया

● पाली से कुच करने वाला पालीवाल समाज आज भी रक्षा बंधन पर्व नहीं मनाता

संग्रामपुर । (आशीष पालीवाल की कलम से...✍) हर देश में सनातन हिंदू धर्म के अनुसार, प्रत्येक व्यक्ति रक्षा बंधन पर्व मनाता है, लेकिन पालीवाल से कुच करने वाले पालीवाल ब्राह्मण समाज आज देश के कोने-कोने में फैला हुआ है। रक्षा बंधन के दिन रक्षा बंधन नहीं मनाता है। देश के हर शहर में जहां एक पालीवाल समुदाय है, एक जगह पर हमारे पूर्वजों को श्रद्धांजलि देने के लिए एक जगह है।

राजस्थान के मारवाड़ के परिवार के एक महाराजा महाराजा लक्ष्मण सिंह, जिन्होंने 534 ईसा पूर्व राजस्थान के लूणी कंठल पाली के इस गोत्र का स्वामित्व प्राप्त किया था। कुछ समय के बाद, पालीवाल समुदाय के हजारों ब्राह्मणों ने लूनी कंथल में ब्राह्मण संस्कृति का प्रसार देखा, जहाँ वे गरीब ब्राह्मण पाली गाँव आए, जहाँ उन्हें एक घर, एक ईंट और एक रुपया दिया गया। पाली यहां के मुल निवासी पालीवाल ब्राहमण की एकता देख दिल्ली के बादशाह अलाहुदीन खिजली ने सन 1309 में ब्राहमण समाज पर पहली बार आक्रमण किया। पालीवाल समाज ने एक साथ आकर उन्होने भी युध्द किया। इस युध्द में धर्म की रखी करते प्राण का बलिदान दिया तो भी उस दिल्ली के बादशाह को युध्द में पराभूत किया। खिलजी ने ब्राहमण समाज को तकलीफ देने के लिए उनका पिने का पानी कुआ एवं तलाब में खुन डाला था। इस कारण पालीवाल समाज ने पाली इस गांव का त्याग किया एवं उसी दिन श्रावण शुक्ल पूर्णिमा विक्रम सवंत 1348 रक्षा बंधन का दिन था। ब्राह्मण समुदाय के लोग, जो नियति के उन दिनों के युद्ध के शिकार थे, आज भी याद किए जा सकते हैं इस दिन बिना किसी बाधा के, स्वाभिमानी भक्त महान वीरता प्राप्त करने वाले महापुरुषों को श्रद्धांजलि देते हैं।

पाली में ढोला चौरा, आज झुंझारजी के नाम से

पाली में ढोला चौरा, आज झुंझारजी के नाम से जाना जाता है। इस अवसर पर, बुलढाणा जिले में वानखेड, संग्रामपुर तालुका के वानखेड़े में स्वतंत्रता दिवस पर पालीवाल समुदाय सुबह 9 बजे एक साथ आया। पालीवाल समाज एकसाथ आकर उन वीरगती प्राप्त हुए एवं उनको याद कर धौला चौतरा इस प्रतिमा का पुजन मदन पालीवाल ने किया गया। पश्चात पालीवाल समाज के युध्द में वीरगति प्राप्त हुए महापुरूषां के जीवन पर श्री मदन पालीवाल ओर पवन पालीवाल ने प्रकाश डाला।

श्रद्धांजलि देकर एकता दिवस मनाया

आज के दिन बुलढाणा जिले के 23 ग्रामों में 1200 से जादा पालीवाल समाज बंधुओ ने श्रद्वाजंलि अर्पण कर रक्षा बंधन पर्व पर रक्षा बंध नहीं मनाते हुए एकता दिवस के रूप में मनाया गया। इस मौके पर सर्व मनीष पालीवाल, टीना पालीवाल, मनोज पालीवाल, नारू पालीवाल, मोहन पालीवाल, डॉ. दीपक पालीवाल, रूपेश पालीवाल, जगदीश पालीवाल, शामू पालीवाल, रामेश्वर पालीवाल, जगन्नाथ पालीवाल, आकाश पालीवाल, डॉ। दीपक पालीवाल, बंसीलाल पालीवाल, विपिन पालीवाल, आदि समुदाय के पुरुष और महिलाएं मौजूद थी। कार्यक्रम में अन्य समुदाय के पुरुष और महिलाएँ भी मौजूद थी। कार्यक्रम का संचालन श्री पवन पालीवाल ने ओर पालीवाल समाज के पूर्व अध्यक्ष श्री किशन पालीवाल ने दर्शकों का धन्यवाद दिया।

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