महाराष्ट्र
शिवसेना के बाद अब कांग्रेस में रार, पृथ्वीराज चव्हाण ने की 7 विधायकों पर एक्शन की मांग
Paliwalwaniमहाराष्ट्र में शिवसेना के बाद अब कांग्रेस पार्टी के भीतर घमासान छिड़ा हुआ है। सदन में एकनाथ शिंदे सरकार के फ्लोर टेस्ट के दौरान कांग्रेस के कई विधायक मौजूद नहीं थे, जिसको लेकर पार्टी के शीर्ष नेताओं को इस बात की चिंता सता रही है कि कहीं उनके विधायक भाजपा के संपर्क में तो नहीं हैं। कांग्रेस के शीर्ष नेता अपने विधायकों को ‘ऑपरेशन कमल’ से सतर्क रहने को कह रहे हैं। इस बीच, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने पार्टी के 7 विधायकों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। ये वो 7 विधायक हैं जिन्होंने हालिया एमएलसी चुनाव में ‘क्रॉस वोटिंग’ की थी, जिसके कारण कांग्रेस के उम्मीदवार को हार का सामना करना पड़ा था।
पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि उन्होंने पार्टी से क्रॉस वोटिंग करने वाले सातों विधायकों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। वहीं, फ्लोर टेस्ट के दौरान कांग्रेस विधायकों के गैरहाजिर रहने के सवाल पर चव्हाण ने कहा, “यह उनकी निजी राय है कि पार्टी को उनसे स्पष्टीकरण मांगना चाहिए। लेकिन मैंने उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग नहीं है।”
महाराष्ट्र में हाल ही में हुए एमएलसी चुनाव में भी कांग्रेस-एनसीपी और शिवसेना वाले गठबंधन को झटका लगा था जब 10 सीटों में से 5 पर भाजपा के उम्मीदवारों ने जीत दर्ज कर ली थी। वहीं, एनसीपी-शिवसेना के 2-2 उम्मीदवारों को जीत मिली और कांग्रेस के एक उम्मीदवार को जीत हासिल हुई थी।
कांग्रेस ने एमएलसी चुनाव में दो उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन उनके 7 विधायकों के ‘क्रॉस वोटिंग’ के कारण दूसरे उम्मीदवार को हार का सामना करना पड़ा था। इस चुनाव में कुल 10 सीटों के लिए 11 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे। भाजपा के सभी 5 उम्मीदवारों को जीत मिली जबकि गठबंधन के 6 में से 5 उम्मीदवारों ने जीत हासिल की।
महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी सरकार के गिरने के बाद गुट और भाजपा के गठबंधन वाली सरकार ने 4 जुलाई को बहुमत साबित कर लिया। सदन में फ्लोर टेस्ट के दौरान, पूर्व सीएम अशोक चव्हाण समेत कांग्रेस के करीब 10 विधायक अनुपस्थित रहे थे। कांग्रेस महा विकास अघाड़ी सरकार का हिस्सा रही थी।