मध्य प्रदेश
महू में भाजपा प्रत्याशी उषा ठाकुर का विरोध : शिवराज से बैर नहीं उषा ठाकुर की खैर नहीं
Paliwalwani
- अंजीत मोनू बाथम-8305199222
महू :
गुरुवार रात को स्थानीय भाजपा कार्यकर्ताओं ने गौशाला में दशहरा मिलन समारोह आयोजित किया. लेकिन कार्यक्रम तो था दशहरा मिलन का मगर मकसद था. उषा ठाकुर का प्रबल विरोध. इसमें महू की गौशाला परिसर में हजारों भाजपा कार्यकर्ता इकट्ठा हुए। मंच से नेताओं ने उषा ठाकुर के कार्यकाल को पूरी तरह बोगस बताते हुए भाजपा हाईकमान से तत्काल टिकट बदलने की मांग करते हुए स्थानीय प्रत्याशी को टिकिट देने की मांग की.
इस सभा को संबोधित किया राधेश्याम यादव, अशोक सोमानी, शेखर बुंदेला, रामकरण भामर और कुछ आदिवासी सरपंचों ने, पूरे समय उषा ठाकुर के कार्यकाल में कार्यकर्ताओं और आम जनता के साथ किए गए भेदभाव, प्रताड़ना आदि का जिक्र किया गया. बीच बीच में भी लोगों ने टिप्पणी करके ठाकुर के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया. महू में भाजपा के खिलाफ ये पहला अवसर है, जब खिलाफत का बिगुल जोरदार तरीके से हुआ है. नेताओं ने भाषणों की आड़ में 30 अक्टूबर 2023 से पहले टिकिट बदलने का अल्टीमेटम भी दे डाला.
पहली बार भाजपा के इस सम्मेलन में हजारों की संख्या में कार्यकर्ता नज़र आए. इधर 2 दिन में अगर टिकट नहीं बदल गया तो स्थानी कार्यकर्ता निर्दलीय उम्मीदवार उतारने की भी बात कह रहे हैं।. इधर बात करें कांग्रेस की तो भाजपा छोड़ कांग्रेस में गए राम किशोर शुक्ला को कांग्रेस से उम्मीदवार घोषित किया गया है. कल 27 तारीख को कांग्रेस के पूर्व विधायक अंतर सिंह दरबार भी अपना अपना नामांकन निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में भरने तहसील कार्यालय जायेगे.
'लव-जिहाद' पर चर्चा में रहीं
बता दे :
- मध्य प्रदेश के इंदौर जिले के महू विधानसभा क्षेत्र के रोचक चुनावी मुकाबले में बीजेपी प्रत्याशी उषा ठाकुर ने मंगलवार को कांग्रेस उम्मीदवार अंतरसिंह दरबार को 7,157 मतों के अंतर से हराया. उषा को 97,009 मत मिले, जबकि दरबार के हिस्से में 89,852 वोट आए.
- बीजेपी विधायक उषा ठाकुर 'लव जिहाद' को लेकर चर्चा में रह चुकी हैं. नवरात्रि के मौके पर उषा ने पार्टी कार्यकर्ताओं से यह सुनिश्चित करने को कहा था कि उनके विधानसभा क्षेत्र इंदौर (3) में गरबा कार्यक्रमों में मुस्लिम युवा न दाखिल हो पाएं. ठाकुर ने कहा था कि मुस्लिम युवा ‘लव जिहाद’ के तहत हिंदू लड़कियों को बहला-फुसला लेते हैं और उनका धर्म परिवर्तन कर इस्लाम कबूल करा देते हैं. इस बयानबाजी के बाद काफी विवाद हुआ था.