Sunday, 01 June 2025

मध्य प्रदेश

Kubereshwar Dham Sehore : कुबेरेश्वर धाम में धर्म के नाम पर व्यापार, पंडित प्रदीप मिश्रा के भाई छोटी-छोटी दुकानों से वसूलते हैं मोटी रकम

Paliwalwani
Kubereshwar Dham Sehore : कुबेरेश्वर धाम में धर्म के नाम पर व्यापार, पंडित प्रदीप मिश्रा के भाई छोटी-छोटी दुकानों से वसूलते हैं मोटी रकम
Kubereshwar Dham Sehore : कुबेरेश्वर धाम में धर्म के नाम पर व्यापार, पंडित प्रदीप मिश्रा के भाई छोटी-छोटी दुकानों से वसूलते हैं मोटी रकम

मध्य प्रदेश के सीहोर जिला मुख्यालय के नजदीक चितावलिया हेमा गांव में सीहोर वाले पंडित प्रदीप मिश्रा (Pandit Pradeep Mishra) के आश्रम कुबेरेश्वर धाम पर धर्म के नाम पर व्यापार का खेल चल रहा है. कुबेरेश्वर धाम समिति नि:शुल्क रुद्राक्ष वितरण का दावा करती रही है, लेकिन धाम के बाहर रुद्राक्ष की दुकानें लगी हैं. इसके अलावा भी धाम के बाहर कई छोटे-छोटे हिस्सों में बनी दुकानें स्थापित हैं. इन दुकानदारों से धाम के बाहर दुकान लगाने के एवज में मोटी रकम वसूली जा रही है. दुकानदारों के अनुसार दुकान लगाने के एवज में किराया खुद पंडित प्रदीप मिश्रा के भाई लेते हैं. जानकारी के मुताबिक, 7 दिवसीय महोत्सव के दौरान फैली अव्यवस्थाओं में इन दुकानों का भी महत्वपूर्ण योगदान है.

7 दिवसीय रुद्राक्ष वितरण महोत्सव का आयोजन

बता दें कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का गृह जिला सीहोर में महज दो-तीन दिन में ही इंदौर-भोपाल फोरलेन हाईवे पर जाम और अव्यवस्थाओं के कारण संपूर्ण देश में चर्चाओं में आ गया है. इसकी मुख्य वजह सीहोर जिला मुख्यालय के नजदीक हेमाचितावलिया गांव में सीहोर वाले पंडित प्रदीप मिश्रा के कुबेरेश्वर धाम पर होने वाले सात दिवसीय रुद्राक्ष वितरण महोत्सव और शिव महापुराण कथा का आयोजन है. कुबेरेश्वर धाम पर 16 फरवरी से 22 फरवरी तक यह सात दिवसीय आयोजन हुआ था 

दो दिन में पहुंचे 20 लाख से अधिक श्रद्धालु

आयोजन को लेकर समिति के जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन को प्रतिदिन 70 से 80 हजार श्रद्धालुओं के आने की जानकारी दी गई थी, लेकिन धाम पर दो दिन में ही 20 लाख से अधिक श्रद्धालु आ पहुंचे. श्रद्धालुओं की भारी तादाद की वजह से प्रशासन की सभी व्यवस्थाएं चौपट हो गई. श्रद्धालुओं को भूखे-प्यासे तड़पते देखा तो वहीं इंदौर-भोपाल फोरलेन हाईवे भी जाम की गिरफ्त में रहा. करीब 48 घंटे से अधिक समय तक हाईवे जाम रहा. चंद किलोमीटर के लिए लोगों को कई-कई घंटे बर्बाद करने पड़े. 

छोटी-छोटी जगह के बड़े-बड़े दाम

कुबेरेश्वर धाम पर धर्म के नाम पर व्यापार का सिलसिला भी जारी है. कुबेरेश्वर धाम के बाहर सैकड़ों दुकानें संचालित हो रही है. इन दुकानदारों से छोटी-छोटी जगह के लिए मोटी-मोटी रकम वसूली जा रही है. कुबेरेश्वर धाम के बाहर दुकान लगाने वाले सतीश सोनी ने एबीपी टीम से चर्चा करते हुए बताया कि नौ बाई नौ की जगह के लिए पांच हजार रुपए प्रतिमाह किराया देना पड़ता है, जबकि नौ बाई 15 की जगह का किराया दस हजार रुपए है. दुकानदारों के अनुसार धाम के बाहर लगी 25 दुकानों का किराया पंडित प्रदीप मिश्रा के भाई वसूलते हैं. 

नि:शुल्क दावे की हकीकत

कुबेरेश्वर धाम समिति के सात दिवसीय आयोजन में नि:शुल्क मंत्रित किए हुए रुद्राक्ष वितरण की बात श्रद्धालुओं से कही गई थी. पंडित प्रदीप मिश्रा ने देश भर में होने वाली कथा के दौरान श्रद्धालुओं को सीहोर आने का निमंत्रण दिया था. पंडित मिश्रा के आह्वान पर लाखों श्रद्धालु सीहोर आ पहुंचे. लेकिन यहां फैली अव्यवस्थाओं की वजह से पहले ही दिन रुद्राक्ष वितरण समारोह स्थगित कर दिया गया, लेकिन कुबेरेश्वर धाम के बाहर रुद्राक्ष की दुकानें लगी हैं. इन दुकानों पर 20 रुपए से लेकर 100 रुपए तक रुद्राक्ष के नाम पर देना पड़ रहा है. बगैर रुद्राक्ष लिए लौट रहे श्रद्धालु मजबूरी में पैसे देकर रुद्राक्ष खरीद रहे हैं. 

एक लीटर पानी के 50 रुपए

कुबेरेश्वर धाम के बाहर आस्था के नाम पर व्यापार चल निकला है. कुबेरेश्वर धाम समिति ने दुकानदारों से किराए के नाम पर मोटी रकम वसूलने का खामियाजा यह है कि अब यह दुकानदार दूर दराज से आए श्रद्धालुओं को महंगे दामों पर सामान बेच रहे हैं. दुकानदारों के बाहर से आए श्रद्धालुओं से एक-एक लीटर पानी की बोतल के लिए 20 से 50  रुपए चुकाने को मजबूर हो रहे हैं. कुबेरेश्वर धाम पर पीने के पानी के पर्याप्त इंतजाम नहीं होने की वजह से लोग महंगे दामों में पानी लेकर पी रहे हैं.

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