मध्य प्रदेश
सरकारी स्कूलों में स्थापित होंगे कम्प्यूटर लैब, तकनीक सीख दक्ष होंगे बच्चें : श्रीमती अर्चना चिटनिस
Paliwalwaniबुरहानपुर : भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश प्रवक्ता एवं पूर्व मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस (दीदी) के तत्कालीन कार्यकाल के दौरान चयनित किए गए बुरहानपुर जिले के 27 सरकारी स्कूलों में कम्प्यूटर लैब स्थापित होने जा रहे है। जिससे बच्चे तकनीक सीख कर दक्ष होंगे। साथ ही डिजिटल तकनीकी की पूरी जानकारी अब अपने विद्यालय में ही ले सकेंगे। इन सरकारी स्कूल के छात्र-छात्राएं अब अपने स्कूल में ही कम्प्यूटर की पढ़ाई कर सकेेंगे। बुरहानपुर जिले के 27 शासकीय स्कूलों में कम्प्यूटर लैब पर करीब पौने दो करोड़ रूपए खर्च किए जाएंगे।
पूर्व मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस ने बताया कि केंद्र सरकार की इन्फॉर्मेशन एंड कम्युनिकेशन टेक्नॉलोजी (आईसीटी) योजना के तहत बुरहानपुर जिले के 27 स्कूलों को कम्प्यूटर लैब स्थापित करने के लिए चुना गया है। इन विद्यालयों का चयन मेरे मंत्रीत्व कार्यकाल के दौरान किया गया था। किन्तु किसी कारणवश एवं 15 माह की कांग्रेस की सरकार के कारण सभी विकास के कार्य ठप्प हो गए थे। पुनः शिवराजसिंह जी चौहान के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनने से उक्त स्वीकृति का क्रियान्वयन हो पा रहा है। इसके लिए मैं मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह जी चौहान, स्कूल शिक्षा मंत्री श्री इंदरसिंह परमार जी का धन्यवाद ज्ञापित करती हूं।
बच्चे डिजिटल तकनीक की जानकारी विद्यालय में ही ले सकेंगे
श्रीमती चिटनिस ने बताया कि कम्प्यूटर लैब के माध्यम से बच्चे डिजिटल तकनीक की पूरी जानकारी अब अपने विद्यालय में ही ले सकेंगे। इन सरकारी स्कूलों के छात्र-छात्राएं अब अपने स्कूल में ही कंप्यूटर की पढ़ाई करेंगे। साथ ही परीक्षा फॉर्म भरने, एडमिट कार्ड डाउन लोड करने समेत तमाम शैक्षणिक जरूरतों के कार्य की भी सुविधा ले सकेंगे। इसके लिए खासकर गरीब घर के विद्यार्थियों को किसी साइबर कैफे में नहीं जाना होगा।
उन्होंने बताया कि योजना के तहत 27 स्कूलों पर करीब पौने 2 करोड़ रूपए खर्च किए जाएंगे। एक स्कूल में कम्प्यूटर की स्थापना पर 6.40 लाख रुपए खर्च होने हैं। 27 विद्यालयों को चल रहे शैक्षणिक सत्र में ही स्मार्ट क्लास से लैस कर दिया जाएगा। चयनित स्कूलों में शीघ्र ही कम्प्यूटर लगने आरंभ हो जाएंगे। सभी चयनित विद्यालयों में 10-10 कम्प्यूटर का सेटअप लगाया जाएगा। इसके लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी कर ली गई है।
सूचना प्रौद्योगिकी और सॉफ्टवेयर विकास का उद्देश्य
यह स्कूलों में सूचना और संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी) विद्यालय के छात्रों को सूचना व संचार प्रौद्योगिकी आधारित शिक्षण सुविधा उपलब्ध कराने, उनमें उचित आईसीटी कौशल विकसित करने के उद्देश्य से संचालित योजना है। योजना का उद्देश्य सामाजिक-आर्थिक और भौगोलिक कारणों से पिछड़े छात्र-छात्राओं के बीच डिजिटल गैप को कम करना है। छात्र-छात्राओं के लिए प्रभावी शिक्षण वातावरण उपलब्ध कराना भी मकसद है।
जानेंगे सोशल मीडिया का सही इस्तेमाल
पूर्व मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा कि इस आईसीटी लैब से खासकर छात्राओं को फायदा होगा। वे जाने-अनजाने में साइबर क्राइम का शिकार हो जाती हैं। उन्हें अगर इंटरनेट, सोशल मीडिया के इस्तेमाल की सही जानकारी होगी तो वे अलर्ट और जागरुक रहेंगी। उन्हें इंटरनेट की दुनिया में सही और गलत की जानकारी मिलेगी। फेक मेल, फेक न्यूज सहित कई अन्य जानकारियां भी मिलेंगी।
शिक्षा का स्तर सुधरेगा
पूर्व मंत्री श्रीमती चिटनिस ने कहा कि आईसीटी योजना के तहत बच्चों को अब किताबों की पढ़ाई कम्प्यूटर के माध्यम से करवाई जाएगी। जिले के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के लिए यह काफी फायदेमंद साबित होगी।
इन स्कूलों का किया गया चयन
बुरहानपुर जिले की शासकीय हायर सेकंडरी स्कूल बंभाड़ा, बिरोदा, बोरीबुजुर्ग, दापोरा, दर्यापुर, धूलकोट, फोफनार, ईच्छापुर, लोनी, निम्बोला, हरीरपुरा, सावित्रीबाई फूले कन्या हायर सेकंडरी स्कूल बुरहानपुर, सुभाष स्कूल, शासकीय पुरूषार्थी हायर सेकंडरी स्कूल, लालबाग, शाहपुर, अंबाड़ा, चांदनी, देड़तलाई, मॉडल स्कूल देड़तलाई, डोईफोडि़या, खकनार, नावरा, परेठा, तुकईथड़, भातखेड़ा एवं शासकीय हायर सेकंडरी स्कूल नेपानगर का चयन किया गया है।