मध्य प्रदेश
भगवती देवी शर्मा के महाप्रयाण दिवस पर भजनों के साथ दी भावभीनी श्रद्धांजली
दिनेश उपाध्यायदिनेश उपाध्याय
जोबट (म.प्र.)। गायत्री शक्तिपीठ जोबट युवा प्रकोष्ठ एवं महिला मंडल के मिले जुले प्रयास से परम् वंदनिया माता भगवती देवी शर्मा के महाप्रयाण दिवस पर नगर के गणेश मंदिर, राम मंदिर, कृष्ण मंदिर, संतोषी माता मंदिर, हनुमान मंदिर सहित विभिन्न महिला मंड़ली ने भजन मंडलों द्वारा भजनो की मधुर सुंदर प्रस्तुती दी गई। जिसमें हनुमान मंदिर भजन मंडल की ऊषा उपाध्याय ने ऊंचा पर्वत से आई माँ गायत्री भजन से भजनों की शृंखला का प्रारंभ करते ही तालियों की गुंज के साथ स्वागत किया। विमला ओझा ने गुरुदेव मुझको अपना लेना...सपना चैबे ने मैया का तो मंत्र दीवाना लगता है...अंधीयारे मेे दीप सुहाना लगता है...ऐसे सभी को प्रभावित किया। श्रीमती सारिका सक्सेना, सुमित्रा बर्वे,मधु शर्मा, वंदना वाणी, कविता वाणी, मनोरमा वाणी, मधु सोनी व अन्य महिला मंडल की महिलाओं ने भी अपने सुंदर, सुंदर भजनों से वातावरण में भक्ति का रस घोला। श्रीमती ललिता राठौड़, सीता सक्सेना, सरोज टवली, रविकांता वर्मा, किर्ती सोनी, डिम्पल सोनी, पुष्पा राठौड़ इत्यादि कई महिलाओं की गरिमा पूर्ण मौजूदगी रही। इसे वंदनीय माताजी का चमत्कार एवं आशिर्वाद ही कहाँ जायेगा, अल्प समय की सुचना के बाद भी शक्तिपीठ पर महिला समूह की तादाद की अच्छी खासी रही। आज माहिलाओं की मौजूदगी से ऐसा आभास हो रहा था कि मानों परिसर सिमट कर छोटा पढ गया है।
माहिलाओं ने खुब नृत्य किया
हारमोनियम पर मनीष वाणी एवं तबले पर मदन अंजने ने वातावरण को अपनी संगत से जीवंत कर महिलाओं को झूमने के लिए मजबुर कर दिया। देव पूजन महिला मंडल अध्यक्ष केशर बाई राठौड़ व रीना राठौड किया। वंदनीय माता जी की आवाज मंे गायत्री मंत्र की आडीयो ने जैसे उनकी उपस्थिति का आभास करवाया।
20 को जल स्रोतों के शुद्धिकरण का कार्यक्रम पुरे देश में
युवा प्रकोष्ठ के जिला संयोजक ओमप्रकाश राठौड़ ने पालीवाल वाणी ओर नैनपुर लाइव को बताया कि शांतिकुंज हरिद्वार के निर्देशानुसार माताजी के महाप्रयाण दिवस के उपलक्ष्य में दिनांक 20 सितंबर 16 को जल स्रोतों के शुद्धिकरण का कार्यक्रम पुरे देश में होगा। उसी के अंतर्गत जोबट की डोही नदी पर प्राता 8.00 से 10.00 बजे तक स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा। इससे भारत सरकार के स्वच्छता अभियान को सार्थकता मिलने के साथ ही इस राष्ट्रीय कार्यक्रम में सहभागिता के साथ ही विश्वास है कि इससे परम् वंदनीय माताजी की आत्मा को प्रसन्नता प्राप्त होगी। क्योंकि कि कहां जाता है की आसपास का वातावरण यदि साफ और स्वच्छ है तो मन और आत्मा स्वयं ही स्वच्छ हो जाती है और साफ स्वच्छ मन ही विशालता की और अग्रणी होकर एक विशाल परिवार का निर्माण करता है जैसा कि परम् पूज्य गुरुदेव एवं वंदनीय माताजी ने अपने जीवन काल में किया और बिना किसी भेदभाव के स्वच्छ मन से सब को अपने साथ जोड दिया और एक विश्व स्तरीय विशाल अखिल विश्व गायत्री परिवार बनाया यदि हम गुरुदेव एवं माताजी के दिखाये मार्ग पर चलते हुए दीप से दीप की तरह परिवार से परिवार को जोडेगे तो उनकी आत्मा को शांति मिलेगी और यही उनके प्रती सच्ची श्रद्धांजली होगी।
नैनपुर लाइव चित्र-भजनों का आनन्द उठाती महिलाएं...