इंदौर

सरवटे से क्या दुश्मनी? : एक तरफ रात गुलज़ार, दूसरी तरफ सन्नाटे में बस अड्डा, रेलवे स्टेशन

Paliwalwani
सरवटे से क्या दुश्मनी? : एक तरफ रात गुलज़ार, दूसरी तरफ सन्नाटे में बस अड्डा, रेलवे स्टेशन
सरवटे से क्या दुश्मनी? : एक तरफ रात गुलज़ार, दूसरी तरफ सन्नाटे में बस अड्डा, रेलवे स्टेशन

 केवलराम, रमाबाई भूखे रह गए 

 व्यापारियों की गुहार दरकिनार, पुलिस ने सख्ती से 11.30 बजे बंद कराया बस स्टैंड 

 देर रात को आने वाले यात्रियों को न पीने का पानी न चाय नाश्ता 

 नितिनमोहन शर्मा...✍️

रात सवा बारह बज रहे है। स्मार्ट सिटी इंदौर का बस अड्डा सन्नाटे की गिरफ्त में है। बस अड्डे के अंदर उजाला है लेकिन बाहर अंधेरा पसरा हुआ है। इक्का दुक्का आटो वाले खड़े है। पूछने पर कहते है 12 30 पर बुराहनपुर की बस आएगी। कोई सवारी मिल जाये। तय वक्त पर बस आती है। सवारियां उतरती है। स्टैंड से बाहर आती है तो भौचक रह जाती है। ये क्या? सब तरफ सन्नाटा। अंधेरा। दुकानें बंद। चाय पानी की भी बन्द। सवारियों में केवलराम भी थे। साथ मे रमाबाई। सबसे ज्यादा निराश ये ही थे। पूछने पर बोले कि कब से भूख लग रही थी। इस आस में थे कि इंदौर उतरते ही कुछ नाश्ता कर लेंगे। इतनी रात को कौन बनाएगा खायेगा? पर यहां खाना तो दूर पानी भी नही है।

इस पीड़ा से रोज देर रात इन्दौर आने जाने वाले सामना करते है। शहर का बस अड्डा और उसके आसपास का इलाका पुलिस सख्ती के साथ 11 बजे बाद बन्द करा रही है। कल भी ये ही हुआ। पुलिस की इस सख्ती से व्यापारियों के साथ अब मुसाफ़िर ही नही, आमजन भी परेशान नजर आ रहे हैं। प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल एमवाय पहुंचने वाले मरीजों के परिजन देर रात भोजन की आस में सरवटे पहुंचते है। लेकिन यहाँ उन्हें भोजन तो दूर पानी तक नहीं मिलता है। देर रात पहुंचने वाले यात्रियों, हॉस्टलों के स्टूडेंट्स भी चाय नाश्ते के लिए परेशान हो रहे है। 

खुलासा टीम जब रात 12.30 बजे स्टैंड पर पहुंची तब बुराहनपुर निवासी केवलराम ,ओर रमाबाई बस से सामना हुआ। उन्होंने कहा चाय नाश्ता कहा मिलेगा भुख लग रही है। कुछ नजर नही आया तो मन मसोसकर चले गए। 

  •  कैलाश विजयवर्गीय ने की थी पहल 

व्यापारियों का कहना है कि कुछ साल पहले कैलाश विजयवर्गीय ने हमारा दर्द समझा था। बस स्टैंड की चाय नाश्ते की दुकानों को चालू करवाया था। बस स्टैंड पर सभी दुकाने ओर होटल बन्द होने से पीने का पानी तक नही मिल रहा है। यहां पुलिस द्वारा हर दिन 11.30 बजे से ही होटल और स्वल्पाहार गृह बन्द करने का बिगुल बजा दिया जाता है। जबकि क्षेत्र में आसपास ट्रांसपोर्ट क्षेत्र है और यहां पर रात में काम करने वाले हम्माल ओर कर्मचारीयो, वहीं अनाज मन्डी, सितारगंज,के कर्मचारी को भी इस ठंड में चाय तक नसीब नहीं होती है।

  •  पुलिस अफसरों से फिर से मिलेंगे- यादव 

व्यापार एसोसिएशन के सोनू यादव ने कहा कि बाहर से आने वाले यात्री परेशान है पर हम चाह कर भी उन्हें भोजन और नाश्ता उपलब्ध नहीं करवा पा रहे हैं। पुलिस की अतिरिक्त सख़्ती को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों से भी चर्चा की जाएगी। जिस तरह एबी रोड रात में भी खुला रहता है उसी तरह सरवटे के बाज़ार को भी रातभर खोलने की अनुमति देना चाहिए।

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