इंदौर
पालीवाल जय अंबे ग्रुप इंदौर की पुकार...,चले आओ माँ अन्नपूर्णा के दरबार : दो दिवसीय आयोजन कल से शुरू
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सुनील पालीवाल, अनिल बागोरा, कैलाश पालीवाल, महेश जोशी
इंदौर. पालीवाल ब्राह्मण समाज 24 श्रेणी इंदौर के युवाओं की टीम द्वारा हमेशा धार्मिक, सामाजिक कार्यो में हमेशा अग्रणी भुमिका निरंतर निभा रहा हैं. इसी कड़ी में श्री पालीवाल जय अंबे ग्रुप इंदौर के नौजवान, ऊर्जावान, सामाजिक सरोकार से प्रेरित होकर सर्वश्रेष्ठ सेवाकार्य में अव्वल रहती हैं. दो दिवसीय आयोजन दिनांक 1 नवंबर 2025 शनिवार को सुंदरकांड एवं माताजी का जागरण शाम 7 बजे से श्री सावंरिया रामयण मंडल द्वारा शानदार धार्मिक प्रस्तृति के साथ महाआरती रात्रि 11.00 बजे होगी.
● छप्पन भोग : भव्य अन्नकूट महोत्सव का आयोजन श्रद्धा और उल्लास के साथ किया जा रहा हैं. यह आयोजन भक्तों की अटूट आस्था और पारंपरिक भक्ति का अद्भुत संगम अद्भूत रहेगा. जिसमें आराध्य भगवान को 56 विविध व्यंजनों का भोग अर्पित किया जाएगा.
दिनांक 2 नवंबर 2025 को रविवार को हरि हर मिलन दोपहर 3.00 बजे, महाआरती शाम 5.00 बजे, भजन संध्या शाम 7.00 बजे महा प्रसादी शाम 5.00 बजे से लेकर रात्रि 10.30 बजे तक अन्नकूट महोत्सव, छप्पन भोग एवं दर्शन के रजत जंयती महोत्सव की एक अलग अंदाज और मेंवाड़ी रंगत दिखाई देगी. जो इस बात इतिहास रचेगी वहीं युवाओं की टीम त्रिवेणी संगम कर समाज में अद्भूत एकता का परिचय देगी और एक बार फिर धूमकेतु की तरहा आयोजन कर समाजजनों को आश्चर्य चकित करने जा रही हैं.
● श्री चारभुजानाथ जी एवं देवो के देव श्री महादेव जी के हरि-हर मिलन का अनोखा नजारा
युवाओं की टीम ने एक बार फिर साबित किया हैं कि उनकी ताकत समाज को एक सूत्र में पिरोकर माँ अन्नपूर्णा जी, श्री राकड़ी माता जी, श्री नागेश्वर महादेव जी के दरबार में गाजे बाजे श्री चारभुजानाथ जी एवं देवो के देव श्री महादेव जी के हरि-हर मिलन का अनोखा नजारा माँ अहिल्या की पवन धरा पर आयोजित होने जा रहा हैं. जिसमें पालीवाल समाज, मेनारिया समाज के समाजबंधु त्रिवेणी संगम में डूबकी लगाते हुए दिखाई देगें.
● सोश्यल मीडिया के सहारे मोबाईल पर भावभरां निमंत्रण
अन्नकूट महोत्सव, छप्पन भोग एवं दर्शन के रजत जंयती महोत्सव आयोजन को लेकर निमंत्रण कार्ड घर-घर पहुंचकर समाज के तीनों श्रेणियों के जिम्मेदारों ने बखुबी तरीके से निभाते हुए आयोजन को भव्यता का रूप देने के लिए कई दिनों से कड़ी मेहनत कर रहे हैं, जबकि एक सप्ताह से इंदौर का मौसम बहुत की ठंड़क और सुहानी दिनों में एक अपना अलग ही अंदाज बयां कर रहा हैं. इसके बावजूद भी वरिष्ठजनों के साथ युवाओं की फौज ने मैदान संभाल रखा है, तो मातृशक्ति भी अपना जलवा बिखेर रही हैं. मातृशक्ति मेंवाड़ी भाषा में बातचीत कर श्री पालीवाल जय अंबे ग्रुप इंदौर के आयोजन में पधारने के लिए सोश्यल मीडिया के सहारे मोबाईल पर भावभरां निमंत्रण अपनी सखियों को दे रही हैं. आना सखी कहीं भूल ना जाना, अपणो काम हैं, इन्हें खुखियों की परवान चढ़ाना हैं.
● कार्यक्रम में आप जरूर पधारकर धर्म लाभ अवश्य लीजिए
इस उपलक्ष्य में पालीवाल ब्राह्मण सामज 24 श्रेणी इंदौर की धर्मशाला को साज-सज्जा और रंग बिरेंगी झालरों का आकर्षण का केंद्र बिंदु नजर आएगा वहीं श्री नागेश्वर महादेव के साथ नयनाविराम का विशेष श्रृंगार भी किया जा रहा हैं. श्री पालीवाल जय अंबे ग्रुप के समस्त सदस्यों ने पालीवाल एवं मेनारिया समाज के परिजनों से सादर आग्रह किया है कि इस कार्यक्रम में आप जरूर पधारकर धर्म लाभ अवश्य लीजिए.
● आयोजन आपका अपना हैं, इसको सफल बनाने की जिम्मेदारी भी आपकी
श्री पालीवाल ब्राह्मण समाज, 24 श्रेणी द्वारा दो दिवसीय आयोजन दिनांक 1 नवंबर से लेकर 2 नवंबर 2025 तक मां अन्नपूर्णा के दरबार में श्री पालीवाल जय अंबे ग्रुप का धूमधाम से 25 वां वर्ष रजत जयंती के रूप में इमली बाजार स्थित पालीवाल भवन में आयोजित किया जा रहा हैं. जिसमें पालवाल समाज और मेनारिया समाज के समस्त समाजजनों को भावभरां निमंत्रण पत्र सोश्यल मीडिया के माध्यम से भी आमंत्रित किया जा रहा हैं. यहां आयोजन आपका अपना हैं, इसको सफल बनाने की जिम्मेदारी भी आपकी अपनी हैं. बहुत कम अवसर आता है, जब माँ अन्नपूर्णा के दरबार में आपकी अर्जी की सुनावई पूरी होने जा रही हैं, आपके समस्त दुख-दर्द पलकों में दूर हो जाएंगे, जब माँ के दरबार में आप दौडे चले आयेगें. आयोजन की तैयारियां कई दिनों से चल रही हैं. जो आज देर रात तक संपूर्ण मंदिर परिसर की साज सज्जा की सजावट पूरी हो गई हैं.
● अन्नकूट का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व
अन्नकूट महोत्सव गोवर्धन पूजा के अगले दिन आयोजित किया जाता है. यह भगवान श्रीकृष्ण द्वारा गोवर्धन पर्वत की पूजा और देवराज इंद्र के अभिमान को शांत करने की स्मृति में मनाया जाता है. ‘अन्नकूट’ का शाब्दिक अर्थ है ‘अन्न का पर्वत’. इस दिन भगवान को सैकड़ों प्रकार के व्यंजन अर्पित कर उनका भोग किया जाता है. इसका भावार्थ यह है कि सम्पूर्ण सृष्टि में भगवान ही पालक हैं और वही अन्न के रूप में जीवन प्रदान करते हैं. यह उत्सव प्रकृति के प्रति आभार व्यक्त करने का भी एक माध्यम है, और इसी कड़ी में श्री पालीवाल जय अंबे ग्रुप द्वारा निरंतर 25 वां रजत जंयती महोत्सव अन्नकुट महोत्सव के अंतर्गत करने जा रही हैं.
श्री पालीवाल जय अंबे ग्रुप इंदौर
●उद्देश्य : इस ग्रुप का मुख्य उद्देश्य पालीवाल ब्राह्मण समुदाय को एकजुट करना और उनके पारंपरिक सांस्कृतिक और धार्मिक आयोजनों को बढ़ावा देना है.
●आयोजन : ग्रुप द्वारा आयोजित किए जाने वाले कुछ प्रमुख आयोजनों में धार्मिक उत्सव, सांस्कृतिक कार्यक्रम और सामाजिक समारोह शामिल हैं.
● अन्य समाज के साथ संबंध : इस प्रकार के आयोजनों में अन्य शहरों से भी समाज के सदस्य भाग लेते हैं, जो समुदाय के बीच मजबूत संबंधों को दर्शाता है.
● नाम का अर्थ : अन्नकूट का शाब्दिक अर्थ "भोजन का पर्वत" है, जो प्रसाद के विशाल ढेर को दर्शाता है.





