इंदौर
“जीवनजी“ जीवनभर पैनी कलम के जरिए जनता को जागृत करते रहे. शत- शत नमन...
जगदीश राठौर● पालीवाल वाणी मीडिया नेटवर्क-जगदीश राठौर...✍️
इंदौर. प्रेस क्लब इंदौर के पूर्व अध्यक्ष और मेरे गुरु “जीवनजी“ को काल के ग्रास ने आगोश में लिया यह मनहुस खबर पाकर मन काफी व्यथित हैं. देश के जाने-माने पत्रकार श्री राजकुमारजी केसवानी के अवसान की खबर मेरे सहित अनेक पत्रकारों के मन को व्यथित किए हुए थी कि जीवन जी साहू की मौत की खबर ने प्रदेश के पत्रकार जगत को झकझोर दिया. श्री साहूजी और नवभारत के संपादक दिवंगत श्री कमल जी दीक्षित पत्रकारिता के मेरे गुरू रहे. मुझे दीक्षितजी ने नवभारत और साहूजी ने भी “युग प्रभात“ के माध्यम से जुड़ने एवं बहुत कुछ सीखने का अवसर एवं मार्गदर्शन दिया. मैं अपने अग्रज दैनिक भास्कर के इंदौर विशेष संवाददाता पत्रकार दिवंगत श्री सुरेश जी राठौर के साथ अनेक मर्तबा राजवाड़ा स्थित गोपाल मंदिर परिसर मैं साप्ताहिक युग प्रभात के दफ्तर में साहूजी से अनेक मर्तबा मिलता रहा. मेरा परम सौभाग्य रहा कि वे अनेक मर्तबा मेरे जावरा स्थित निवास पर भी आए. युग प्रभात में प्रकाशित उनकी खबरें पढ़ने के लिए पाठक लालायित रहते थे. वे मेरी खबरें भी बिना काट छांट किए युग प्रभात में लगाते रहे. युग प्रभात के साथ ही संध्या दैनिक अग्निबाण का स्थाई स्तंभ “खोजी खबर“ कालम में जीवन साहू की कलम को हजारों पाठक निहारते रहे. कुल मिलाकर “जीवनजी “जीवन भर कलम के जरिए लोगों के जज्बातों को जागृत करते और शासन प्रशासन तक पहुंचाते रहे. उन्होंने इंदौर ही नहीं प्रदेश की पत्रकारिता को नित नए आयाम दिए. इंदौर प्रेस क्लब को नई ऊंचाइयां देने में भी साहूजी का अमूल्य योगदान रहा. ऐसे निर्भीक एवं निष्पक्ष कलमकार साहूजी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए परमपिता परमेश्वर प्रार्थना करता हूं कि कोरोना काल मे साहू परिवार पर हुए इस “वज्रपात“ को सहन करने की परिवारजनों को असीम शक्ति प्रदान करें...ओम शांति, ओम शांति, ओम शांति...