इंदौर
Indore News : यशवंत क्लब, फर्म एंड रजिस्ट्रार और आबकारी अधिकारियों की शिकायत लोकायुक्त, EOW को : राकेश सिंह यादव
paliwalwaniइंदौर. यशवंत क्लब में अनियमितताओं के संदर्भ में विभिन्न तथ्यात्मक सबूतों सहित आर्थिक अपराध ब्यूरो,माननीय लोकायुक्त भोपाल को विभिन्न बिंदुओं के आधार पर प्रकरण दर्ज करने के लिए शिकायत की गई हैं।
म.प्र.कांग्रेस कमेटी के पूर्व महासचिव राकेश सिंह यादव ने बताया की पिछले 20 साल से ज़्यादा समय से घोर अनियमिताओं एंव जातिवाद सहित नस्लवाद के खिलाफ शिकायत दर्ज कराकर सरकार से मॉंग की गई हैं की तत्काल संबंधितों के खिलाफ नामजद एफ़आइआर दर्ज करके समस्त रिकॉर्ड, हार्ड डिस्क, बैंक अकाउंट सहित फर्जी शैल कंपनियों के माध्यम से सदस्यता के रिकॉर्ड को जप्त करना चाहिए।
संभावना हैं की एक दो दिन में सुनियोजित षड्यंत्र रचकर पुराना रिकॉर्ड जलाने या नष्ट करने की प्रबल संभावना हैं।इसलिए सरकार को तत्काल यशवंत क्लब सीज करके समस्त दस्तावेज जॉंच हेतु जप्त करना चाहिए।
शासकीय भूमि पर मात्र 6/- वार्षिक लीज पर प्राप्त तथाकथित कुलीनों ने करोड़ों का खेल खेला हैं।
प्रदेश कांग्रेस पूर्व महासचिव ने स्पष्ट किया हैं की यशवंत क्लब के सम्मानित सदस्यों एंव ज़िम्मेदार पदाधिकारियों से किसी भी तरह की व्यक्तिगत लड़ाई नहीं हैं।
किसी सदस्य या पदाधिकारी का नाम भी मेरे द्वारा नहीं लिया गया हैं।तब भला मानहानि कैसे हो सकती हैं।
यशवंत क्लब के सदस्यों के सम्मानित सदस्यों सम्मान के साथ हमारी ज़िम्मेदारी हैं की बाबा साहेब आम्बेडकर के संविधान का सम्मान हो।
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ओबीसी,दलित,एससी,एसटी,
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आदिवासी और अल्पसंख्यकों का सम्मान हो।
मेरे बारे में यशवंत क्लब के कुछ तथाकथित बुद्धिजीवी लोग व्यक्तिगत टिप्पणी करके मुझे इसलिए अपमानित कर रहें हैं की मैंने सवाल पूछे हैं।
सवालों का जवाब देने की जगह कुलीन लोग मुझे दो कौड़ी का बोलने के साथ सड़क छाप बोल रहें हैं।मैं स्वीकार करता हूँ की मैं ओबीसी के दबे कुचले वर्ग से आता हूँ लेकिन भगवान श्री कृष्ण के वंशज के रूप में यादव अहीर होने का मुझे गर्व हैं।
मैं किसी की मानहानि इसलिए नहीं कर सकता हूँ क्योंकि यादवों के संस्कारों में सम्मान बढ़ाना और अधिकारों के लिए लड़ना ही जन्म से सिखाया जाता हैं।
मेरा निवेदन हैं की यशवंत क्लब के ज़िम्मेदार तथाकथित बुद्धिजीवी मेरे सवालों के तथ्यात्मक जवाब लिखित रूप से देगें तो में उनका स्वागत वंदन करने के साथ चरणवंदना भी करूँगा।मानहानि के फ़र्ज़ी आरोप लगाकर मुद्दे से ध्यान भटकाने की कोशिश न करें।मैं एक बार नहीं एक हज़ार बार माफ़ी माफी माँगता हूँ लेकिन मेरे सवालों के जवाब तो देना ही पडेगें।
अगर यशवंत क्लब के ज़िम्मेदार लोग मेरे सवालों का जवाब नहीं दिये तो सामने खड़ा होकर संविधान की रक्षा के लिए लगातार सवाल करूँगा।
मेरी खुली चुनौती हैं की प्रेस क्लब या स्टेट प्रेस क्लब के खुले मंच पर जनता के बीच मेरे सवालों का जवाब में बहस कर लें दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
ईमानदार हैं तो चुनौती स्वीकार करें।
लेकिन संविधान के विपरीत सवालों के जवाब नहीं देगें तो निश्चित ही संविधान में प्राप्त अधिकारों की रक्षा के लिए सदैव आपके सामने चट्टान की तरह खड़ा नज़र आऊंगा।
“जय बापू,जय भीम,जय संविधान “
लोकायुक्त,आर्थिक अपराध में दर्ज शिकायतों की कापी सलंग्न हैं।✅