इंदौर
indore news : नगर निगम पेढ़ी के चुनाव की सरगर्मी बड़ी सभी तैयारियां पूर्ण
Paliwalwaniइंदौर :
नगर पालिक निगम इंदौर कर्मचारी सहकारी साख संस्था पेढ़ी के संचालक मंडल के चुनाव 23 अप्रैल 2023 को गणेश मंडल जेल रोड पर होना है. जय हिंद पैनल के साथ रामलाल यादव की जयहिंद पैनल वहीं वर्तमान विकास पैनल के प्रत्याशियों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रहीं हैं. तमाम सदस्यों का की राय थी कि हम तो काम करने वालों का ही चयन करेगे. कई सदस्यों ने तीखे सवाल करके वर्तमान प्रत्याशियों को कटघरे में खड़ा कर दिया. सदस्यों ने कहा कि हमारे हित में जो साथी चुनाव मैदान में उतरे है, उन्हें ही वोट देकर विजय बनाने का संकल्प हमने लिया हैं. चुनाव रूझानों से ऐसा लगाता है कि इस बार नये चेहरों पर मतदाता विश्वास व्यक्त करते हुए मत देने का मन बना लिया हैं.
नगर पालिक निगम इंदौर कर्मचारी सहकारी साख संस्था पेढ़ी के संचालक मंडल के चुनाव 23 अप्रैल 2023 को गणेश मंडल जेल रोड पर होना है. इसके लिए स्वर्गीय कैलाश व्यास जी को एक ही पैनल द्बारा याद करते हुए श्री उमाकांत काले के नेतृत्व में विकास पैनल के प्रत्याशियों को खड़ा किया है. विकास पेनल में पूर्व के अनुभवी संचालकों का साथ एवं वर्तमान में भी योग्य कर्मचारियों को अपने साथ रखा है और जिस तरह से कर्मचारियों की कॉलोनियों, कार्यालयों एवं जोनों पर इन्हें समर्थन मिल रहा है. उससे विकास पैनल की जीत सुनिश्चित मानी जा रही है.
श्री उमाकांत काले द्वारा विगत 5 वर्षों में कर्मचारी हितों में किए गए कार्य जैसे-कुटुंब सहायता राशि वितरण की राशि बढ़ाई गई है. पूर्व में सेवानिवृत्त कर्मचारियों को 2 से 3 वर्ष का कुटुंब सहायता राशि प्राप्त करने हेतु इंतजार करना पड़ता था परंतु उमाकांत काले जी के अध्यक्ष कार्यकाल में कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति के उपरांत 1 माह के अंतराल से कुटुंब सहायता राशि का वितरण किया जा रहा था.
1-काम करता है काम बोलता है.
2-निगम की सौगात 241 दिन अर्जित अवकाश को 300 दिवस किया गया.
3-समय मान वेतनमान कर्मचारियों को दिलाया गया.
4-विनियमित कर्मचारियों को उपादान की राशि बढ़ाई गई.
4-कर्मचारी कल्याण निधि राशि रिफंड कराई जाना प्रस्तावित.
दुसरी ओर नगर निगम सहकारी साख संस्था के चुनाव के कल रविवार 23 अप्रैल 2023 को होने जा रहे हैं. साथियों जैसा की आपको मालूम है कि इस बार 3 पैनल मैदान में उतरी हुई हैं. आपको और हमको मिलकर राजेंद्र यादव और केदार यादव द्वारा बनाई गई, जय हिंद पैनल के समस्त कर्मचारियों को विजय बनाने की अपील अधिकांश सदस्यों को प्रभावित करती हुई दिखाई दी. जय हिंद पैनल के घोषणापत्र के अनुसार हम अगर विजय होते हैं तो जो आपका ब्याज 15 प्रतिशत है उसको घटाकर 12 प्रतिशत कर दिया जाएगा और जो कुटुम सहायता की राशि है. वर्तमान में हमें ₹60000 ही प्राप्त होते है,ं जिसके लिए हमें काफी समय लगता हैं. उस राशि को बढ़ाकर ₹100000 कर दिया जाएगा. अगर किसी पेडी के किसी सदस्य की अगर मृत्यु हो जाती है उस परिवार के सदस्यों को तो तत्काल ₹10000 की मदद पहुंचाई जाएगी और हमारे समस्त मास्टर कर्मचारी व विनियमित कर्मचारियों को पहली ही बैठक में सदस्यों को सदस्य बनाने के लिए प्रस्ताव पास कर सदस्य बनाया जाएगा. केदार यादव ने सभी सदस्यों से विन्रम अपील करते हुए पेढ़ी के सभी सदस्यों के सहयोग से आशीर्वाद से अगर हमारी जय हिंद पैनल के उम्मीदवार विजय होते हैं, तो घोषणा पत्र के अनुसार तत्काल सारी बातें लागू की जाएंगी और आपसे जो वादे किए हैं. उसको पूर्ण किया जाएगा. आपसे पुनः अनुरोध है कि आप अपना बहुमूल्य वोट देकर जय हिंद पैनल के सभी उम्मीदवारों को विजय बनाकर जय हिंद पैनल के हाथ मजबूत करें. वहीं पप्पू सिलावट, राजेश परमार ने सदस्यों से वादा किया है कि जो भी अधूरे कार्य हैं, उन्हें पूर्ण करने का वादा करते हैं. एक बार पुनः आप सभी से हाथ जोड़कर अनुरोध है कि जय हिंद पैनल के 15 उम्मीदवारों को विजय बनाकर अपना आशीर्वाद प्रदान करें.
वहीं रामलाल यादव की जयहिंद पैनल ने भी नगर निगम मुख्यालय के राजस्व विभाग जन्म मृत्यु एवं विवाह पंजीयन विभाग स्वास्थ्य स्थापना, स्वास्थ्य सेवा युनिट, माल विभाग, उध्यान विभाग स्थापना कालोनी सेल, जनकार्य विभाग, परिषद कार्यालय सहित वाल्मीकि बस्ती, जुनारिसाला, मरीमाता वाल्मीकी नगर में तुफानी जनसम्पर्क किया गया. मतदाताओं द्वारा सभी 15 प्रत्याशियों का जोरदार जोशीला स्वागत किया गया. इस अवसर पर रामलाल यादव, विनोद सराफ, बालकिशन करोसिया, सुनीता मोटे, रजनी केशरिया, रंजीत नागर, मुकेश बैंडवाल, त्रिलोक करोसिया, अभय यादव, ब्रजमोहन जोशी, आदर्श यादव, विजय कुशवाहा, राजेंद्र सोलंकी, लक्ष्मण सिरोडकर आदि ने अंतिम दिन काफी जोर लगाया. नगर निगम कर्मचारी सहकारी संस्था के चुनाव में जयहिंद पैनल को कर्मचारी कामगार संगठनों के प्रमुख जटाशंकर करोसिया, हरिश नागर, महेश गौहर, मुकेश सेन, महेश चौकसे आदि संगठनों का भरपुर समर्थन मिलता हुआ दिखा.