इंदौर
ब्लैक फंगस के इंजेक्शन सीधे निजी अस्पतालों को, नही होगी डीन के दस्तखत की जरूरत
Paliwalwaniइंदौर । ब्लैक फंगस के इंजेक्शन के लिए अब मेडिकल कॉलेज के डीन के हस्ताक्षर नहीं लगेंगे। जिला प्रशासन ने आज एमजीएम मेडिकल कॉलेज में हंगामे के बाद रेसीडेंसी कोठी में हुई बैठक में तय कर दिया है कि ब्लैक फंगस के इंजेक्शन अब सीधे निजी अस्पतालों में जाएंगे।
एमजीएम मेडिकल कालेज में निजी अस्पतालों के लिए 130 इंजेक्शन आज मिल गए हैं। इन्हें ड्रग इंस्पेक्टर के जरिए अस्पतालों को ही भेजा जाएगा। अस्पताल ही वहां भर्ती मरीजों को इंजेक्शन देगा। संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा ने कहा कि इंदौर में मरीज ज्यादा हैं और इंजेक्शन कम। कोशिश है कि ज्यादा से ज्यादा मरीजों को इंजेक्शन दे सकें।
मेडिकल कॉलेज में हुआ था हंगामा
निजी अस्पतालों में भर्ती ब्लैक फंगस मरीजों के लिए इंजेक्शऩ के पर्चों पर एमजीएम मेडिकल कॉलेज के जीन डॉ. संजय दीक्षित के हस्ताक्षर करवाने पहुंचे। डीन ने कहा कि बाजार में इंजेक्शन नहीं हैं और पर्चों पर दस्तखत करने से मना कर दिया। इससे परिजन भड़क गए। वे डीन के ऑफिस में ही धरने पर बैठ गए।
ये पहुंचे थे समझाने
मौके पर पुलिस बुला ली गई। इधर परिजनों को समझाने के लिए इंदौर के प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट, सांसद शंकर लालवानी और संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा डीन कार्यालय पहुंचे। कमिश्नर कहा कि अब मरीजों को डीन के दस्तखत के लिए नहीं भटकना पड़ेगा।