इंदौर
समाज के मंत्री श्री किशन दवे कर क्यों लगे आरोप...कार्यकारिणी सदस्यों ने लगाई आपत्ति
Sunil Paliwalइंदौर। पालीवाल ब्राह्मण समाज 44 श्रेणी इंदौर की कार्य प्रणाली पर आखिरकार निर्वाचित कार्यकारिणी में उपजा असंतोष के क्या मयाने हो सकते है। हर बार मंत्री श्री किशन मोड़ीराम जी दवे (बामन टुकड़ा) पर उनके सदस्य ही आखिर इतना गुस्सा क्यों है। चर्चा का विषय बना हुआ है। पिछले साल साधारण सभा में बार-बार माफी मांग कर कहते रहे कि माफ कर दो... में आगे से गलती सुधार दुगां। लेकिन ना तो वो सुधरे ओर ना ही अन्य सदस्य सुधरे बार-बार विवादों के कटघरे में घिरे रहने की आदत अथवा मंजूरी में खबरों में बनकर अपने नाम की चर्चा पूरे समाज में कराने का सस्ता प्रचार ये तो श्री दवे साहब ही जाने, लेकिन वर्तमान कार्यकारिणी के साथ-साथ कई सदस्यों की आंखों की किरकिरी बन गए। मीडिया नाराज, सदस्य नाराज ओर तो ओर उनके साथ वाले भी खफा है। तभी तो उनके ऊपर गंभीर आरोप लगाकर साधारण सभा में जबाब मांगा जा रहा है कि किस हैसियत से समाज के महत्वपूर्ण दस्तावेज पालीवाल वाणी के संपादक श्री सुनील पालीवाल के विरूद्व माननीय न्यायालय में मानहानि का प्रकरण दायर किया गया। क्या मंत्री श्री किशन दवे ने मंत्री की हैसियत से दायर किया या व्यक्तिगत यदि व्यक्तिगत दायर किया तो समाज की कार्यकारिणी व साधारण सभा के प्रोसीडिंग की प्रतिलिपि बगैर सत्यापित किये कैसे जारी कर न्यायालय में प्रस्तृत की। जब जिम्मेदारों से पूछा गया कि दिनांक 23 अक्टुम्बर 2016 को होने वाली साधारण सभा में कितनी आपत्ति आई तो स्पष्ट जबाब नहीं मिला। जो निंदनीय है। मंत्री पर इसके अलावा ओर आरोप भी लगे। थोड़ा इंतजार करें...!
किसने ली आपत्ति उन सबके नाम अतिशीघ्र पढ़ें।