दिल्ली
उत्तर भारत के इन राज्यों में तक तीन दिन कोहरे का यलो अलर्ट, सप्ताह भर से चल रही धूप की आंख-मिचौली
Paliwalwaniनई दिल्ली. भीषण सर्दी और कोहरे के बीच उत्तर भारत में सूरज की आंख मिचौली चल रही है। एक दिन चटक धूप खिल रही है तो उसके अगले दिन कोहरा कहर बरपा रहा है। लगभग एक हफ्ते से यह देखने को मिल रहा है। रविवार को दिन में धुंध और कोहरे के बाद सोमवार को चटक धूप खिली। इससे बर्फीली ठंड से कुछ राहत तो मिली, लेकिन जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में बारिश और बर्फबारी से ज्यादातर इलाकों में गलन भरी ठंड महसूस की गई। न्यूनतम तापमान में मामूली वृद्धि हुई है और 7-10 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया। भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा से लेकर बिहार तक अगले तीन दिनों तक कहीं हल्का तो कहीं घना कोहरा छाया रहेगा। विभाग ने इसको लेकर ऑरेंज और यलो अलर्ट जारी किया है। पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र के आसपास के मैदानी इलाकों में 30 जनवरी से 4 फरवरी तक बारिश की भी संभावना है।
पंजाब-हरियाणा में सामान्य के करीब पारा
पिछले कुछ समय से सर्दी का सितम झेल रहे पंजाब और हरियाणा में भी पारा सामान्य के करीब पहुंच गया है। दोनों राज्यों की संयुक्त राजधानी चंडीगढ़ में सोमवार सुबह न्यूनतम तापमान 7.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हरियाणा में भिवानी में सबसे कम 7.7 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान रहा। राज्य के अन्य हिस्सों जैसे सिरसा, करनाल, हिसार और अंबाला में 8-10 डिग्री के बीच तापमान रहा। वहीं, पंजाब में लुधियाना में 7.2 डिग्री तापमान रहा। अमृतसर, पटियाला, फरीदकोट और गुरदासपुर में 8-10.2 डिग्री सेल्सियस के बीच तापमान दर्ज किया गया। बठिंडा में रविवार की रात 6.6 डिग्री पर पारा रहा।
कश्मीर घाटी में बिछी बर्फ की सफेद चादर
कश्मीर घाटी के ज्यादातर इलाकों में रविवार से बर्फबारी जारी है और सोमवार को कुछ इलाकों में बारिश भी हुई है। गुलमर्ग, सोनमर्ग और सिंथम टॉप जैसे पर्यटन स्थलों पर भारी बर्फबारी हुई। गुरेज के स्की-रिसॉर्ट के साथ ही उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा में ऊंची चोटियों पर भी ताजा हिमपात हुआ है। श्रीनगर-लेह राजमार्ग पर जोजिला और द्रास में भी बर्फबारी हुई है।
दो साल बाद सबसे ज्यादा शीत दिवस
इस साल जनवरी माह में कुल पांच शीत दिवस रहे जो पिछले दो साल में सबसे ज्यादा है। इससे पहले साल 2022 की जनवरी में सात शीत दिवस रहे। वहीं, शीतलहर की बात करें तो इस साल अब तक पांच दिन शीत लहर चली है।