दिल्ली
गंगा में मेडल विसर्जित करेंगे पहलवान! पुलिस बोली - हरिद्वार में स्वागत है, हम रोकेंगे नहीं
Paliwalwani
नई दिल्ली. लगभग एक महीने से दिल्ली के जंतर मंतर पर भारतीय जनता पार्टी के सांसद और भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष ब्रजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग कर रहे पहलवानों ने मंगलवार को फैसला लिया कि वो अपने मेडल्स को गंगा नदी में बहा देंगे. ये पहलवान 28 फरवरी के दिन संसद भवन के बाहर प्रदर्शन करने के लिए जा रहे थे. तभी दिल्ली पुलिस ने उन्हें बैरिकेडिंग तोड़ने के आरोप में हिरासत में ले लिया. पहलवानों के खिलाफ कई गंभीर धाराएं लगा दी गईं. इससे आहत पहलवानों ने मंगलवार को शाम 6 बजे हरिद्वार में मेडल्स गंगा नदी में बहाने का फैसला किया.
इस पर हरिद्वार पुलिस प्रशासन का कहना है कि वो हरिद्वार आ रहे पहलवानों को नहीं रोकेगा और न ही उन्हें मेडल नदी में बहाने से रोका जाएगा. मीडिया रिपोर्ट्स में एसएसपी अजय सिंह के हवाले से बताया गया है कि पहलवान कुछ भी करने के लिए स्वतंत्र हैं. अगर वो अपने मेडल पवित्र गंगा में बहाने आ रहे हैं तो हम उन्हें रोकेंग नहीं. उन्होंने बताया कि उन्हें पहलवानों को रोकने का कोई भी निर्देश वरिष्ठ अधिकारियों की ओर से नहीं मिला है.
गंगा दशहरे पर पहलवानों का स्वागत
एसएसपी अजय सिंह ने आगे बताया कि गंगा नदी में लोग सोना, चांदी और अस्थियां विसर्जित करते रहते हैं और अगर पहलवान भी अपने मेडल विसर्जित करना चाहते हैं तो वो कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि गंगा दशहरा के अवसर पर लगभग 15 लाख श्रद्धालु गंगा नदी में स्नान करने के लिए हरिद्वार पहुंचे हैं और इस पावन मौके पर पहलवानों का भी हरिद्वार में स्वागत है.
सांसद ब्रजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन शोषण का आरोप लगाते हुए पहलवान उनकी गिरफ्तारी की मांग को लेकर 23 अप्रैल से जंतर-मंतर पर धरना दे रहे थे. रविवार को पहलवानों ने फैसला किया कि वो नई संसद के उद्घाटन के मौके पर उसके सामने जा कर शांतिप्रिय धरना देंगे. हालांकि पुलिस ने उन्हें जंतर मंतर पर ही रोक लिया. इस दौरान पहलवानों को बल पूर्वक हिरासत में लेने की कई तस्वीरें भी सामने आईं. पहलवानों को हिरासत में लिए जाने के बाद पुलिस ने उनके टेंट भी हटा दिए, जिसमें महीने भर से वो रुके हुए थे.