दिल्ली
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ के पीछे कहां-कहां हुई चूक...!
paliwalwani
नई दिल्ली.
रेलवे स्टेशन नई दिल्ली पर 15 फरवरी 2025 की रात करीब 9:55 बजे महाकुंभ जाने वाली ट्रेन पकड़ने के लिए यात्रियों के बीच भगदड़ मच गई। हादसे में 18 यात्रियों की मौत हो गई, कई घायल हो गए। हादसे की डिटेल जांच के लिए रेल मंत्रालय ने रेलवे के दो वरिष्ठ अधिकारियों की कमिटी का गठन किया है। जो इस पूरे हादसे की डिटेल जांच कर यह बताएगी कि आखिर इसमें कहां-कहां और किस-किस स्तर पर गलती, चूक या लापरवाही रही। लेकिन हादसे की शुरुआत में रेलवे मंत्रालय की तरफ से भगदड़ मचने और इसमें हुई मौतों से लगातार इनकार किया जाता रहा।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो को भी अफवाह बताया गया। लेकिन जब दिल्ली के उपराज्यपाल, रक्षा मंत्री और फिर प्रधानमंत्री ने एक्स पर ट्वीट कर उसमें भगदड़ का जिक्र किया तो पहली बार रेलवे की तरफ से 15-16 फरवरी की रात 1:09 बजे रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक्स पर की गई हादसे की पोस्ट में भगदड़ का जिक्र किया। इस पूरे मामले में रेलवे ने क्या कहा और आगे की जांच क्या होगी। आइए जानते हैं इस बारे में विस्तार से।
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर-14 और इसकी सीढ़ियों पर 15 फरवरी 2025 की रात 9:55 बजे हादसा होने के 19:51 घंटे बाद अगले दिन शाम 5:46 बजे रेलवे बोर्ड की तरफ से अधिकारिक तौर पर हादसे में 18 मौत और घायलों की जानकारी शेयर की गई। इसमें बताया गया कि 18 मृतकों के परिजनों को एक्स ग्रेसिया के रूप में 180 लाख रुपए दिए गए और घायलों को भी भुगतान किया गया।
इससे पहले हादसे के बाद सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो और रेलवे बोर्ड से मांगी जा रही जानकारी में अधिकारियों ने इसमें भगदड़ मचने से लगातार इनकार किया। इसे अफवाह बताते हुए अधिकारियों ने कहा कि स्थिति अंडर कंट्रोल है। रेलवे बोर्ड के एक आला अधिकारी ने रात 11:13 बजे भी सिचवेशन अंडर कंट्रोल बताते हुए घायलों को अस्पताल पहुंचाने की बात कही। लेकिन भगदड़ मचने और मौतों का कोई जिक्र नहीं किया। ना ही कोई हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया।
प्लेटफार्म नंबर-14 पर प्रयागराज जाने वाली ट्रेन के आने में देरी थी। इसी बीच प्लेटफार्म नंबर-12 से एक स्पेशल ट्रेन की घोषणा होने लगी। प्लेटफार्म नंबर-14 वाले यात्री 12 की तरफ भागने लगे। बीच रास्ते में सीढ़ियों और एफओबी पर जबरदस्त भीड़ जमा हो गई। प्लेटफार्म नंबर-13 और 16 के बीच भी यात्रियों में कन्फ्यूजन हुआ। लेकिन ना तो वॉर रूम से और ना ही स्टेशन पर तैनात किसी अधिकारी ने भीड़ को कंट्रोल करने की कोशिश की।
रेलवे ने बताया कि हादसे में मारे गए प्रत्येक यात्री के परिजनों को 10-10 लाख रुपए का मुआवजा दिया गया है। गंभीर रूप से घायलों में प्रत्येक को ढाई-ढाई लाख रुपए दे दिए गए हैं। जबकि मामूली रूप से घायल होने वाले 12 लोगों में से 10 को प्रति शख्स एक-एक लाख रुपए का मुआवजा दे दिया गया है। बाकी बचे दो को भी यह राशि दी जा रही है। 15 घायलों में से 11 को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।