अपराध
पड़ोसी के नाम से कर रहा था नौकरी : बीमा पॉलिसी ने खोला राज
Paliwalwani
अजयारविंद नामदेव
शहडोल :
शहडोल जिले में SECL कोल माइंस में दूसरे के नाम पर नौकरी करने लगातार मामले सामने आ रहे हैं। ऐसा ही एक मामला बुढार थाना क्षेत्र में सामने आया है, जहां एक व्यक्ति अपने ही पड़ोसी के नाम पर सालों से नौकरी कर रहा था, लेकिन एलआईसी की एक पॉलिसी ने इसका भंडाफोड़ कर दिया। राज खुलने के बाद पुलिस ने फर्जी नौकरी करने वाले व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर उसकी तलाश में जुट गई है।
सीताराम की नौकरी नहीं लगने से वह सब्जी का व्यवसाय कर अपना जीवन यापन कर रहा था। अचानक साल 2019 में उनकी पत्नी के नाम का एक LIC बीमा पॉलिसी उनके हाथ लगी, जिसे देख उसका परिवार हैरान रह गया। यह सोच के की उसने तो पत्नी के नाम कोई पॉलिसी नहीं कराई है, फिर यह पालिसी कैसे आई, तभी इस बात की जानकरी फर्जी नौकरी कर रहे पड़ोसी सुरेश साकेत को लगी, तुरंत वह सीताराम से पॉलिसी ले लिया यह कहते हुए कि गलती से उनके घर ये पॉलिसी आ गई। लेकिन शंका होने पर सीताराम इस बात का पता लगाने में जुट गया और जब सच्चाई सामने आई तो उसके होश उड़ गए। पड़ोसी सुरेश साकेत, सीताराम चौधरी बनकर सालों से उसके नाम पर नौकरी कर रहा था और आर्थिक लाभ उठाता रहा।
पहले जानिए क्या है पूरा मामला
बुढार थाना क्षेत्र के अहिरान टोला निवासी सीता राम चौधरी के नाम पर फर्जी तरीके से उसका पड़ोसी सुरेश साकेत SECL कोल माइसन में वर्ष 1985 से नौकरी कर रहा था, लेकिन अब इसका भंडाफोड़ हो गया है। सीता राम की शिकायत पर पुलिस ने उसके खिलाफ केस दर्ज कर उसकी तलाश कर रही है। दरअसल, वर्ष 1984-85 में सीताराम चौधरी ने रोजगार पाने के लिए शहडोल रोजगार कार्यलय में आवेदन किया था, जिसका SECL में नौकरी लगने का ज्वानिंग लेटर पड़ोसी सुरेश साकेत हाथ लग गया। जिससे उसकी नियत डोल गई और वह खुद सीता राम चौधरी बनकर SECL के धनपुरी ओसीएम में नौकरी करने लगा। इस दौरान सुरेश ने कई फर्जी दसतावेज भी तैयार करा लिया था।
आरोपी के खिलाफ FIR दर्ज
सीताराम चौधरी ने इसकी शिकयात प्रमाण के साथ बुढार थाने में की। पुलिस ने प्रारंभिक जांच के बाद आरोपी सुरेश साकेत के खिलाफ 419, 420, 467, 468, 471, 120 बी के तहत मामला कायम कर पड़ताल में जुट गई है। इस मामले में थाना प्राभारी राजेश मिश्रा का कहना है कि पड़ोसी द्वारा फर्जी तरीके से नाम बदल कर नौकरी करने की शिकायत पर से मामला कायम किया गया है। आगे की कार्रवाई जारी है।