अपराध
हवसी महंत मुकेश को पकड़ने के लिए दो टीम गठित : मोबाइल में मिले कपड़ा चेंज करती 300 महिलाओं का वीडियो
paliwalwani- चेंजिंग रूम में हिडन कैमरा मिलने के बाद महिला श्रद्धालुओं में डर का माहौल है.
- आशंका है कि कहीं उनका भी विडियो न बना लिया गया हो, पुलिस ने उन्हें आश्वस्त किया है.
- धार्मिक स्थल का प्रमुख मुकेश गोस्वामी तीन दिन बाद भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है.
उत्तर प्रदेश. गाजियाबाद जिले के मुरादनगर में ’छोटा हरिद्वार’ कहे जाने वाले गंगनहर घाट परिसर में महिला चेंजिंग रूम के ऊपर सीसीटीवी कैमरा लगाने के मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है।
आरोपी महंत मुकेश गोस्वामी के मोबाइल फोन में पिछले पांच दिन के अंदर गंगनहर घाट पर स्नान करने आई महिलाओं की 300 से ज्यादा वीडियो फुटेज मिली हैं। इनमें 70 से ज्यादा फुटेज चेंजिंग रूम की बताई जा रही हैं। पुलिस मोबाइल को पुराना डेटा रिकवर करने के लिए लैब में भेजने की तैयारी कर रही है।
वहीं, यह शर्मनाक मामला सामने आने के बाद नहर में नहाने के लिए आने वाली महिलाओं की संख्या काफी कम हो गई है। गंगनहर घाट परिसर में महिला चेजिंग रूम के ऊपर लगे सीसीटीवी कैमरे का राज सामने आने के बाद से पुलिस प्रशासन के अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है।
जब्त किए गए महंत के मोबाइल की बारीकी से जांच की जा रही है। सूत्रों के अनुसार महंत के मोबाइल में पांच दिन की रिकॉर्डिंग मिली है। पांच दिन के अंदर सैकड़ों महिलाओं ने चेंजिंग रूम में कपड़े बदले थे।
मेरठ रोड स्थित गंगनहर का घाट छोटा हरिद्वार के नाम से मशहूर है। यहां दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान से श्रद्धालु प्राचीन शनि मंदिर में पूजा करने आते हैं। अमावस्या और पूर्णिमा पर लोग स्नान करने उमड़ते हैं। 21 मई को एक महिला अपनी बेटी के साथ स्नान करने आई थी।
दो दिन बाद महिला को पता चला कि बिना छत के बने चेंजिंग रूम के ऊपर सीसीटीवी कैमरा लगा है जिसमें उनका वीडियो रेकॉर्ड हुआ है। इस संबंध में वह मुकेश गिरी से मिलने गईं और विरोध जताया। आरोप है कि उसने महिला के साथ अभद्रता की और जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद उन्होंने पुलिस से शिकायत की।
पहले भी लगे थे गंभीर आरोप
2018 में मंदिर के घाट पर तैनात गोताखोरों पर गहने के लालच में महिलाओं को डुबाकर मारने के आरोप लगे थे। लोनी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने तत्कालीन जिलाधिकारी ऋतु माहेश्वरी को लिखित शिकायत दी थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि नहाते समय महिलाओं के पैर पकड़कर गोताखोर उन्हें गहरे पानी में खींच लेते हैं। मर जाने पर शव को पत्थर से बांध देते हैं। इस दौरान उनके गहने भी उतार लेते हैं। यही नहीं, बाद में शव खोजने के बहाने परिवार से मोटी रकम भी वसूली जाती है। उस समय भी यहां के मंदिर का संचालक मुकेश गोस्वामी ही था जिसने विधायक के आरोपों को नकार दिया था।