अपराध
पत्नी पर बूरी नियत रखने पर बेटे ने करा दी पिता की हत्या : पुलिस ने किया हत्या का खुलासा
paliwalwani.comजबलपुर. जबलपुर के बरगी-घंसौर रोड के जंगल में पांच दिन पहले अधजली लाश मिली थी. जिसका आज हत्या का खुलासा हुआ. पांच दिनों पूर्व जंगल में मिली अधजली लाश का मामला पुलिस ने सुलझा लिया हैं. पुलिस का दावा है कि बेटे ने पिता की हत्या कराई थी. आरोपियों से पूछताछ के दौरान हैरान करने वाली कहानी सामने आई. बेटे प्रमोद ने बताया कि पिता उसकी पत्नी के साथ गलत हरकतें करता था. उसके बाद बेटे ने अपने चार दोस्तों को सुपारी देकर पिता की हत्या करा दी. इसके बाद किसी को पता ना चले इसलिए शव को जला दिया हत्या करने के बाद बेटे ने ही थाने में पिता की गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया था., पुलिस की सख्त जांच के दौरान मां के बयान पर पुलिस को शक हुआ और हत्याकांड का खुलासा हो गया. पुलिस ने मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया हैं. पूरी घटनाक्रम में 21 वर्ष का राहुल नेमा मास्टरमाइंड निकला. उसी ने प्रमोद को पिता की हत्या के लिए उकसाया था. राहुल के पिता विनोद नेमा जनपद सदस्य हैं.
● 28 मार्च को मिला था शव : वन विभाग की टीम को 28 मार्च 2021 की दोपहर गढ़ गोरखपुर के पास बरगी-घंसौर रोड किनारे अधजली लाश मिली थी. सीनियर बीट गार्ड अमित त्रिपाठी ने पुलिस को इसकी सूचना दी. 31 मार्च को सिवनी जिले के घंसौर थाने में बरोदा माल की रहने वाली रम्मूबाई ने अपने पति शैल कुमार उर्फ शिल्लू पटेल की गुमशुदगी दर्ज कराई. रम्मूबाई ने गले की माला और पैर में पहने लोहे के कड़ा से शव की पहचान कर ली। घंसौर पुलिस ने बरगी पुलिस को इसकी जानकारी दी.
● प्रमोद और उसकी पत्नी दोनों की दूसरी शादी : प्रमोद और उसकी पत्नी की दूसरी शादी है. प्रमोद की पहली पत्नी किसी और के साथ चली गई थी. डेढ़ साल पहले प्रमोद ने दूसरी शादी की थी. उनकी डेढ़ माह की बेटी भी है.
ये भी खबर पढ़े : जीजा-साली के प्रेम संबंध में पति की हत्या
● पत्नी के बयानों से आरोपियों तक पहुंची पुलिस : मरने वाले की पहचान होने के बाद गुरुवार को बरगी पुलिस ने दफनाए शव को बाहर निकलवाया. इस दौरान शैलू का बेटा प्रमोद और उसके दोस्त आयुष के साथ कुछ गांव वाले भी मौजूद थे. उसी समय बरगी टीआई शिवराज सिंह के साथ एक टीम शैलू के गांव में पूछताछ कर रही थी. बरगी टीआई पहले घंसौर में भी तैनात रह चुके हैं. शैलू की पत्नी रम्मू बाई ने बताया कि उनके पति आयुष शर्मा और मनोज बैगा के साथ बाइक से गए थे. इसके बाद श्मशान घाट में मौजूद पुलिस ने आयुष शर्मा को उठा लिया. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, एक सब इंस्पेक्टर ने आयुष शर्मा को अपनी गाड़ी में ले जाकर दो थप्पड़ जड़ दिए. चांटे पड़ते ही उसने सारा राज खोल दिया. उसने बताया कि वह बाइक पर शैलू को बिठाकर घंसौर तक गया था. वहां से मनोज बैगा, राहुल नेमा, राहुल यादव कार से शैलू को ले गए थे. उन लोगों ने ही हत्या कर शव को जलाया है. इस जानकारी के आधार पर घंसौर में मौजूद पुलिस टीम ने तीनों को पकड़ लिया. फिर आखिर में बेटे प्रमोद को शमशान घाट से ही हिरासत में लिया.
● दोस्तों के साथ मिलकर बेटे ने रची हत्या की साजिश : पूछताछ में बेटे प्रमोद ने पुलिस बताया कि पिता उसकी पत्नी पर बुरी नीयत रखते थे. सात दिन पहले ही उसने पिता को पत्नी के साथ देख लिया था. पत्नी से पूछने पर उसने रोते हुए बताया कि ससुर उसके साथ छेड़छाड़ करते हैं. डर की वजह से वह कुछ बोल नहीं पा रही थी.प्रमोद की दोस्ती आरोपियों में शामिल राहुल नेमा से थी. उसने राहुल नेमा और उसके ड्राइवर राहुल यादव को इस बारे में बताया. दोनों हत्या के लिए तैयार हो गए. 50 हजार रुपए में इसका सौदा तय हुआ. 15 हजार प्रमोद ने एडवांस दिए. 35 हजार रुपए वह काम होने के बाद भैंस बेचकर देने वाला था. राहुल यादव ने गांव के आयुष शर्मा और मनोज बैगा से बात की और दोनों हत्या करने की साजिश में शामिल हो गए.
● प्रमोद इकलौता बेटा : पिता शैलू की हत्या की साजिश रचने वाला प्रमोद इकलौता बेटा है. शैलू के लापता होने पर मां रम्मू बाई ने गुमशुदगी दर्ज कराने के लिए बोलती रहीं. लेकिन बेटा प्रमोद मना करता रहा. बेटस जानबूझकर पिता को ढूंढने का भी नाटक करता रहा. आखिर में रम्मू बाई खुद 70 साल के चचेरे भाई जोधसिंह पटेल के साथ थाने पहुंची और पति की गुमशुदगी दर्ज कराई. प्रमोद को शक था कि वह गुमशुदगी दर्ज कराने जाएगा तो पुलिस को शक हो जाएगा.