भोपाल
आर्थिक तंगी के चलते उठाया खौफनाक कदम, बच्चों का गला काट दंपति ने पीया जहर
Paliwalwaniमध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में सनसनीखेज मामला सामने आया है। बेरोजगारी से परेशान सिविल इंजीनियर ने पत्नी के साथ जहर खा लिया और फिर बेटे-बेटी का भी टाइल्स कटर से गला रेत दिया। पिता और बेटे की घटनास्थल पर ही मौत हो गई जबकि मां और बेटी का गंभीर हालत में हमीदिया अस्पताल में इलाज चल रहा है। पुलिस को घटनास्थल से सुसाइड नोट मिला है जिसमें आर्थिक तंगी को कारण बताया गया है।
घटना भोपाल के मिसरोद थाना क्षेत्र के सहारा स्टेट की है। पुलिस के अनुसार 55 वर्षीय रवि ठाकरे सहारा स्टेट में परिवार के साथ रहते थे। परिवार में पत्नी रंजना ठाकरे, बेटा चिराग और बेटी गुंजन थे। रवि एक प्राइवेट फर्म में सिविल इंजीनियर का काम करते थे, लेकिन लॉकडाउन में उनकी नौकरी छूट गई थी। पत्नी रंजना भी ब्यूटी पार्लर चलाती थी, लेकिन उसका काम भी बंद हो गया था। इस कारण से वह डिप्रेशन में थी। दोनों बच्चे चिराग और गुंजन पढ़ाई कर रहे थे।
सुसाइड नोट में रवि ने आर्थिक मुश्किलों के बारे में बताया है। उन्होंने लिखा है कि भूख, भविष्य, बीमारी, फीस, घर का खर्च, नौकरी और अन्य भुगतान जैसे मकान का किराया, पुस्तकें, कॉपियों का खर्च मेरे सामने खड़ा है, लेकिन वे इन खर्चों का सामना नहीं कर पा रहे। सबसे बड़ी समस्या नौकरी है। पत्नी ने घरेलू बिजनेस चालू किया था, जो कोरोना में बंद हो गया।
पड़ोसियों का कहना है कि डिप्रेशन के चलते रवि की पत्नी की मानसिक स्थिति खराब हो गई थी। वह छोटी-छोटी बातों पर झगड़ा करने लगती थी और पत्थर भी फेंकती थी। उसका इलाज भी चल रहा था। तबीयत ज्यादा खराब होने पर वह कुछ समय मायके में रही। शनिवार सुबह जहर खाने के बाद रंजना पड़ोसी अजय अरोरा के पास पहुंची और उन्हें पूरी घटना बताई। अजय ने ही पुलिस को सूचना दी।