भोपाल
जस की तस धर दीनी चदरिया ; मित्रो, अब अलविदा... : पूर्व सीएम
paliwalwaniरोईं लाड़ली बहनें, बोलीं- शिवराज भैया, आप PM बनोगे
हाइलाइट्स
- रोईं लाड़ली बहनें, बोलीं- शिवराज भैया, आप PM बनोगे
- शपथ ग्रहण समारोह से पहले पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पत्रकारों से की बात
- शिवराज ने कहा, 'मित्रों अब विदा, जस की तस रख दीनी चदरिया
भोपाल :
मध्य प्रदेश में नए सीएम के ऐलान के बाद पूर्व सएम सीएम शिवराज सिंह चौहान से उनकी लाड़ली बहनें मिलने पहुंचीं. इस दौरान बहनें शिवराज सिंह चौहान से गले लगकर फूट-फूट कर रोते दिखीं. ऐसे तो शिवराज सिंह चौहान ने मतगणना के बाद आए परिणाम के कुछ दिन बाद मध्य प्रदेश के सीएम की कुर्सी से त्यागपत्र दे दिया। पर इस बात का अहसास उनको मतगणना के पूर्व ही हो चुका था। विश्वास नहीं होता तो परिणाम आने के पूर्व शिवराज सिंह चौहान के भाषण के अंश से इस भाव को समझिए।
शिवराज सिंह चौहान ने एक जनसभा को संबोधित करते कहा मामा और भैया से बड़ा कोई पद नहीं है। मेरे भांजे-भांजियों, मुझे लगता है हर एक को कैसे मैं सीने से लगाऊं। माथा चूमूं। उनको प्यार करूं और उनकी ज़िंदगी कैसे बेहतर बना पाऊं। 24 घंटे केवल एक ही सोच दिमाग़ में रहती है। ये अपना परिवार है। मामा और भैया का जो पद है, वो दुनिया में किसी भी पद से बड़ा पद है। इससे बड़ा पद कोई नहीं है।
और उठा रहस्य से पर्दा ?
सोमवार यानी 11 दिसंबर को तो इस रहस्य से पर्दा उठ ही गया। एमपी विधायक दल की बैठक में मोहन यादव मध्य प्रदेश के नए नेता चुन लिए गए और 13 दिसंबर 2023 को मोहन यादव ने शपथ ले ली। अचानक से सी एम बने शिवराज सिंह का अंत भी ऐसा ही हुआ कि अचानक सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा। अब जैसा कि भाजपा की यह परंपरा रही है कि जिस सीएम को हटाया जा रहा है, उसी सीएम से नए नाम को प्रस्तावित भी करा दिया जाता है। वह भी एक मुस्कान के साथ। शिवराज सिंह चौहान के साथ भी यही हुआ।
बयान के निकल रहे अलग-अलग अर्थ
29 नवंबर 2005 को मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री पद की पहली बार शपथ लेने वाले शिवराज सिंह चौहान 6589 दिन सीएम रहे। बुधवार को जब वे नए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे तो पंडाल से शिवराज के समर्थन में नारे लगे। राघोगढ़ की जनसभा में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का यह बयान तो चीख चीख कर कह रहा था कि चौहान अपने विदाई समारोह को संबोधित कर रहे हैं।