भोपाल
गौ माता के संरक्षण-संवर्धन को लेकर दावे और गौ कैबिनेट बनाने की घोषणा सिर्फ कागजी जुमला साबित हुई : नरेंद्र सलूजा
Paliwalwaniशिवराज सरकार में प्रदेश में गौमाताएँ रोज अकाल मौत का शिकार हो रही है
भोपाल : मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने पालीवाल वाणी को बताया कि भोपाल के बेरसिया स्थित गौशाला में सैकड़ों गायों की अकाल मृत्यु की दर्दनाक तस्वीरें सामने आयी है, उसके बाद से ही इस पूरे मामले को रफा-दफा करने में सरकार जुट गई है. नरेंद्र सलूजा सलूजा ने आगे कहा कि सरकार बताए कि इस गौशाला का संचालक कौन है, वो किस दल से जुड़ा हुआ है, सरकार की तरफ से पिछले वर्षों में इस गौशाला को कुल कितना अनुदान दिया गया है, जिला प्रशासन के आज के दौरे के बाद कुल कितनी गायों की मौत की जानकारी सामने आई है. गौमाताओ की मौत का दोषी कौन है और दोषियों पर क्या कार्रवाई की गई, सरकार स्पष्ट करें ?
सलूजा ने कहा कि बेरसिया की जिस गौशाला की तस्वीरें सामने आयी है. उसमें किस प्रकार से सैकड़ों गायों के शव नजर आ रहे हैं. वहीं एक कुएं में सैकड़ों मृत गायों की तस्वीरें भी सामने आयी है. इस दर्दनाक तस्वीरो ने प्रदेश में गौ माता की वास्तविक स्थिति को उजागर किया है. इसके पहले छतरपुर से भी इसी प्रकार की तस्वीरें सामने आ चुकी है. शिवराज सरकार में प्रदेश में लगातार गौमाताओ की मौतो की तस्वीरें सामने आ रही है. गौशालाओं में कोई प्रबंध नहीं है. खाने व भूसे की कोई व्यवस्था नहीं है. सरकार के गौ माता के संरक्षण-संवर्धन व गौ कैबिनेट बनाने के सारे दावे कागजी जुमले साबित हो चुके हैं.
नरेंद्र सलूजा ने आगे कहा कि एक आरटीआई में यह बात सामने आई है कि बेरसिया की किसी एक गौ सेवा भारती गौशाला को शिवराज सरकार द्वारा पिछले 6 सालों में सबसे ज्यादा अनुदान दिया गया है. भोपाल जिले में गायों पर कुल खर्च होने वाले बजट का यह 80þ के करीब है, और पिछले 6 सालों में सबसे ज्यादा गायों की मौत भी इसी गौशाला में हुई है. यह शिवराज सरकार की वास्तविकता है.
नरेंद्र सलूजा बताया कि प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ जी ने अपनी सरकार में प्रदेश में 1000 गौशालाओं का निर्माण कार्य प्रारंभ कराया था. गायों के लिए चारे की राशि को बढ़ाया था और लगातार गौ माता के संरक्षण व संवर्धन के लिए कई ऐतिहासिक व उल्लेखनीय निर्णय लिये थे. वही जब से मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार आई है. तब से गौमाता निरंतर अकाल मौत का शिकार हो रही है. गौशालाओं के अभाव में सड़कों पर दुर्घटना का शिकार हो रही है. उसके चारे की राशि को घटाकर कम कर दिया गया है. गौ शालाएँ दयनीय स्थिति में पहुंच चुकी है. जहां ना गायों के खाने के और ना उनके भरण-पोषण व इलाज के कोई प्रबंध है.
ख़ुद को धर्म प्रेमी बताने वाली सरकार में गौ माता की यह स्थिति है और बड़ी शर्म की बात है कि तमाम गौभक्त. गौ माता की इस दुर्दशा पर भी मौन धारण कर बैठे हुए हैं ? नरेंद्र सलूजा ने कहा कि प्रदेश में निरंतर हो रही गौमाता की अकाल मौतों को देखते हुए सरकार को तत्काल कड़े कदम उठाना चाहिए और गौ माता की सुरक्षा व संवर्धन के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाने चाहिए. गौशालाओं में गौमाता के भरण-पोषण, चारे की व्यवस्था व उनके स्वास्थ्य परीक्षण को लेकर तमाम इंतजाम किए जाना चाहिए.