आमेट
मंगल भावना समारोह में मुनि सुरेश कुमार ने कहा जिदंगी चलते रहने का नाम
मुबारिक अजनबीआमेट : (मुबारिक अजनबी...) तेरापंथ धर्म संघ के ध्यान साधक शासन मुनि सुरेश कुमार ’हरनावा’ के 11 दिवसीय अविस्मर्णीय प्रवास के बाद उदयपुर चातुर्मास के लिए विहार किया तो श्रावक श्राविकाओ के नयन नम हो उठे. नगर के विहार से पूर्व तुलसी विहार में आयोजित मंगल भावना समारोह को संबोधित करते हुए शासन मुनि सुरेश कुमार ’हरनावा’ के सहयोगी मुनि संबोध कुमार ने कहा जिंदगी चलते रहने का नाम हैं. ठहराव प्रगति के पथ का सबसे बड़ी रुकावट हैं. कदम उठे तो मंजिल की दूरियां सिमट जाएगी. संत के चरण जहां ठहरे वही बसंत हो जाता हैं. प्रेरणाओ के परमाणु यहां जो भी बिखरे हैं, उन्हें अपने आपमें समेटना शुरू करें. यही हमारे लिए उपहार हैं. उन्होंने कहा चाहे हमारा मन और मानसिकताएं अलग-अलग क्यु ना हो बात जब संघ और समाज की हो तो हम एक हो जाए, यही हमारी ताकत हैं. कार्यक्रम का शुभारंभ मंगलाचरण से श्रीमती मधु श्री श्रीमाल ने किया. तेरापंथ सभा संरक्षण महेंद्र बोहरा, कन्या मंडल संयोजिका वैशाली हिरण, पुखराज मांडोत, अणुव्रत समिति अध्यक्ष दलिचंद कच्छारा, नरेंद्र श्री श्रीमाल, तेरापंथ किशोर मंडल सहसंयोजक भाविन कोठारी, तेरापंथ युवक परिषद अध्यक्ष पवन कच्छारा ने सुमधुर गीतिका द्वारा मुनिश्री के प्रति अनंत-अनंत कृतज्ञ ज्ञापित की तथा तेरापंथ सभा अध्यक्ष देवेंद्र मेहता ने भावपूर्ण विचारों से मुनि वृंद के प्रति भावी यात्रा के लिए मंगल कामना व्यक्त की. मंगल भावना समारोह कार्यक्रम का संचालन मोतीलाल डांगी ने किया. कार्यक्रम में श्रावक श्राविकाओं की अच्छी उपस्थिति रही.