आमेट
Amet news : प्यार व अनुशासन का अनूठापर्व है मर्यादा महोत्सव साध्वी कीर्तिलता
M. Ajnabee, Kishan paliwal● M. Ajnabee, Kishan paliwal
आमेट. श्री महाश्रमण की सुशिष्या साध्वी कीर्तिलता के पावन सानिध्य में तेरापंथ धर्म संघ का 160 वां मर्यादा महोत्सव तेरापंथ भवन दिवेर में अत्यंत उल्लासमय वातावरण में मनाया गया। कार्यक्रम का आगाज महिला मंडल, युवक परिषद, सभा सबके संयुक्त गीत से हुआ।
साध्वी श्री कीर्ति लता ने अपने ओजस्वी प्रवचन में कहा दुनिया में संघर्ष का मूल कारण है, अमर्यादित जीवन। इसी संघर्ष को मिटाने के लिए आचार्य भिक्षु ने मर्यादा का निमार्ण किया। इन्हीं मर्यादाओं के सम्मान का प्रतीक है मर्यादा महोत्सव। आचार्य भिक्षु ने जो मर्यादा के सूत्र दिये वे मैनेजमेंट के सूत्र माने जाते हैं।
आपने कहा तेरापंथ धर्म संघ के मुख्य आयाम चार है आज्ञा, अनुशासन, मर्यादा, व समर्पण इनके अभाव में समाज सुखी रह सकता है ना परिवार और ना ही देश सुखी रह सकता है। प्यार वह अनुशासन का अनूठा पर्व है मर्यादा महोत्सव। साध्वी शांतिलता, साध्वी पूनम प्रभा, साध्वी श्रेष्ठप्रभा ने स्पेशल अवार्ड शो का आकर्षक कार्यक्रम किया।
इस अवसर पर अपनी भावों के अभिव्यक्ति कन्या मंडल की कन्याये वंदना,नेहा,स्नेहा ने मर्यादा महोत्सव के महत्व को परीसंवाद द्वारा प्रस्तुत किया। महिला मंडल व कन्या मंडल के ने वित्ऐक्शन गीत का संघान किया। सभा अध्यक्ष सुरेश श्री श्री माल ने आगंतुका स्वागत किया। श्रावक निष्ठा पत्र का वचन कोषाध्यक्ष डालचंद सोलंकी ने किया।
नरेन्द्र श्री श्री माल, मधु श्रीश्रीमाल, महिला मंडल सरदारगढ़ आमेट, तेरापंथ युवक परिषद उपासिका शान्ता देवी जैन, डॉ बसंती लाल बाबेल, देवेंद्र कच्छारा, कनक मल जैन, मुकेश सुराणा,कुंदनमल लोढ, बालचंद जैन आदि ने संभाषण गीतिका की प्रस्तुति दी। सभा मंत्री बाबूलाल लोढ़ा ने आभार प्रकट किया।
कार्यक्रम के मुख्य मंचासीन अतिथि डॉ बसंती लाल बाबेल, मेवाड़ कॉन्फ्रेंस अध्यक्ष देवेंद्र कच्छारा मंच पर अपना स्थान ग्रहण किया। कार्यक्रम का संचालन साध्वी श्री शांति लता ने किया। इस अवसर पर आमेट, सरदारगढ़, छापली, चारभुजा, नरदास जी का गुड़ा, आदि से श्रावक -श्राविकाओ की अच्छी उपस्थिति रही।
● फोटो आमेट (मुबारिक अजनबी)