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आमेट अपडेट : हर नारी का अपना स्वतंत्र अस्तित्व साध्वी श्री प्रांजल प्रभा
Mubarik ajnabiआमेट : (Mubarik ajnabi) अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल के निर्देशानुसार यूगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमण की सुशिष्या साध्वी श्री प्रांजल प्रभा, साध्वी श्री रुचि प्रभा,साध्वी श्री गौतम प्रभा के सानिध्य में स्थानीय महिला मंडल द्वारा रिश्तो उत्सव का प्रेम देवरानी जेठानी का कार्यशाला का आयोजन तेरापंथ सभा भवन में किया गया। कार्यशाला का शुभारंभ साध्वी श्री के द्वारा नमस्कार महामंत्र के उच्चारण से हुआ।
साध्वी श्री प्रांजल प्रभा ने विषय पर प्रकाश डालते हुऐ कहां की हर व्यक्ति का अपना स्वतंत्र अस्तित्व चाहे वह देवरानी हो या जेठानी हो या सास हो या बहू हो। लेकिन स्वतंत्र अस्तित्व होकर भी ग्रुप में रहना बहुत बड़ी बात है। साध्वी श्री ने एक छोटे से गेम के माध्यम से समझाया कि पहले खुद को समझो यदि परिवार में सुख और शांति से रहना है। तो बहू सास को सहन करें और सास बहू को सहन करे देवरानी जेठानी को सहन करें तभी घर स्वर्ग बन सकता है। कार्यशाला में सभी देवरानी जेठानी के जोड़ों ने भी अपने-अपने अनुभव किसी नाटक किसी ने वक्तव्य के माध्यम से अपने अपने अनुभव सुनाए।
कार्यशाला में 4 देवरानी जेठानी के जोड़ों का सम्मान किया गया। जिसमे अणची बाई सिंघवी व आगूबाई सिंघवी 56 वर्ष, मंजू देवी गेलडा व मीना देवी गेलड़ा 29 वर्ष, लीलादेवी पितलिया व मयूरी देवी पितलिया 26 वर्ष, हेमा भंडारी व कमल भंडारी 11 वर्ष, आदि का स्थानीय महिला मंडल द्वारा सम्मान किया गया। कार्यक्रम में पधारे हुए सभी महिलाओं का स्वागत सुरेखा ओस्तवाल ने किया। मंच संचालन तेरापंथ महिला मंडल मंत्री संगीता पामेचा ने किया। कार्यक्रम में लगभग 85 महिलाओं ने भाग लिया। तेरापंथ महिला मंडल अध्यक्ष मीना गेलड़ा ने साध्वी श्री के प्रति कृतज्ञापित व सभी बहनों का आभार ज्ञापन किया।