उत्तर प्रदेश
सीएम योगी की अधिकारियों को खरी-खोटी कहा कि लापरवाही बर्दाश्त नहीं करेंगे
Paliwalwaniलखनऊ : उत्तर प्रदेश के CM योगी आदित्यनाथ ने जनसुनवाई में देरी को लेकर अफसरों को खरी खोटी सुनाई है. उन्होंने सधे लहजे में चेतावनी दी कि इस तरह की कोई भी शिकायत मिली तो वह बर्दाश्त नहीं करेंगे.
CM योगी शुक्रवार को बलरामपुर में थे. उन्होंने DM को जन सुनवाई के लिए समय सीमा निर्धारित करने के निर्देश दिए. कहा कि आम आदमी की शिकायतों का निर्धारित समय सीमा में ही निस्तारण होना चाहिए. सभी अफसरों की जिम्मेदारी है कि वह समस्याओं का समाधान प्राथमिक स्तर पर ही सुनिश्चित करेंइससे फरियादियों को दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने होंगे.
मुख्यमंत्री शुक्रवार को विभिन्न परियोजनाओं की समीक्षा के लिए बलरामपुर पहुंचे थे. उन्होंने पूरी हो चुकी परियोजनाओं के साथ वर्तमान में चल रही परियोजनाओं की स्थिति देखी. मौजूदा परियोजनाओं को समय सीमा के अंदर पूरी पारदर्शिता के साथ पूरा करने को कहा. साथ ही चेतावनी दी कि किसी भी परियोजना में गुणवत्ता के साथ समझौता नहीं होना चाहिए.
इस मौके पर सीएम योगी ने अपने चिर परिचित अंदाज में जिले में अपराध और अपराधियों पर नियंत्रण के लिए दिशा निर्देश दिया. कहा कि अपराधी चाहे जितनी भी पहुंच रखता हो, उसका स्थान जेल के अंदर होना चाहिए.
नवरात्रि मेले की तैयारियों की समीक्षा
जिले में कानून व्यवस्था की समीक्षा के बाद CM योगी ने देवीपाटन के तुलसीपुर स्थित प्रसिद्ध शक्तिपीठ पहुंचे. जहां उन्होंने विधि विधान के साथ मां भगवती का पूजन किया और प्रदेश के कल्याण की कामना की. इस दौरान उन्होंने मंदिर परिसर का भ्रमण किया और नागरिक सुविधाओं की स्थिति देखी.
सीएम योगी ने शारदीय नवरात्रि के अवसर पर आयोजित होने वाले नवरात्रि मेले की तैयारियों की समीक्षा की. बताया कि सरकार ने मंदिर में कई विकास योजनाओं का खाका तैयार किया है. इसमें मंदिर के आडिटोरियम का निर्माण शामिल है. मुख्यमंत्री के साथ पूरे समय तक देवीपाटन कमिश्नर के अलावा डीआईजी भी मौजूद रहे.
51 शक्तिपीठों में शामिल है मंदिर
बता दें कि तुलसीपुर स्थित पातेश्वरी पीठ मां दुर्गा के 51 शक्तिपीठों में से एक है. इस शक्तिपीठ पर माता के मंदिर की स्थापना महायोगी गुरु गोरखनाथ ने की थी. CM योगी खुद इस समय गुरु गोरखना मंदिर के पीठाधीश्वर हैं.
सीएम योगी माता के भक्त हैं और माता की प्रेरणा से उन्होंने उत्तर प्रदेश में 17 अक्टूबर 2020 को मिशन शक्ति अभियान शुरू किया था. इस अभियान के तहत महिलाओं के मान सम्मान की सुरक्षा के साथ ही उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए चरणवद्ध तरीके से प्रयास किया जा रहा है.