धर्मशास्त्र
Samudrik Shastra : माथे की बनावट से पता चल सकते हैं जीवन के गहरे राज, जानिए
Paliwalwaniज्योतिष शास्त्र में जैसे मनुष्य की जन्मकुंडली में स्थित ग्रहों की स्थिति देखकर उसके जीवन और भविष्य के बारे में बताया जाता है। ऐसी ही सामुद्रिक शास्त्र में व्यक्ति के शरीर में मौजूद अंगों की आकृति और तिल देखकर फलित किया जाता है। यहां हम बात करने जा रहे हैं व्यक्ति के माथे की आकृति के बारे में। कहते हैं व्यक्ति के माथे की लकीरें जीवन के सब राज खोल देतीं हैं। आइए जानते हैं…
अगर व्यक्ति को बड़ा माथा:
सामुद्रिक शास्त्र अनुसार जिन लोगों का माथा बड़ा होता है, उन लोगों को बहुत किस्मत वाला माना जाता है। इन लोगों की आर्थिक स्थिति अच्छी होती है। साथ ही ये लोग मेहनती भी होते हैं और मेहनत के दम पर अपने शौक पूरे करते हैं। साथ ही ये लोग अपने जीवनसाथी को बहुत चाहने वाले होते हैं।
चिड़िचिड़ापन बहुत जल्दी आता है:
बड़े माथे वाले लोगों के साथ एक परेशानी यह है कि इन्हें चिड़चिड़ापन बहुत जल्दी महसूस होता है। ऐसे लोगों को नकारात्मक ख्याल बहुत जल्द आते हैं। कहा जाता है कि इनके मन में दयालु भाव रहते हैं। ये लोग इमोशनल भी जल्दी हो जाते हैं। अगर कोई व्यक्ति इनके सामने दुखी होता है तो ये उसकी तन, मन और धन से मदद करने को तैयार हो जाते हैं। साथ ही इन लोगों को स्वतंत्रता प्रिय होती है, ये किसी के दबाव में काम नहीं कर पाते।
अगर हो छोटा माथा:
सामुद्रिक शास्त्र अनुसार जिन लोगों का माथा छोटा होता है, ऐसे लोगों को अपने परिवार और समाज के आदर्शों पर जीवन जीने की इच्छा होती है। साथ ही ये लोग समाज में खूब नाम और शौहरत कमाते हैं। ये मजाकिया और चंचल स्वभाव के होते हैं। साथ ही ये जिस भी महफिल में जाते हैं वहां पर रंग जमा देते हैं। ये लोग अपनी फ्रेंड सर्किल में भी लोकप्रिय होते हैं।
ये लोग खुशमिजाज होते हैं:
ये लोग शांत प्रकृति और खुशमिजाज होते हैं। लेकिन ये लोग जिद्दी होते हैं और अपने लक्ष्य को पाकर ही दम लेते हैं। साथ ही ये लोग हर परिस्थिति में खुश रहना जानते हैं। ये स्पष्टवादी भी होते हैं और जो कहना होता है वो मुंह पर कहते हैं।