धर्मशास्त्र
इस दिन चप्पल-जूते खरीदना और पहनना माना जाता है अशुभ, बढ़ सकती हैं आपकी मुश्किलें!
Pushplataवास्तु शास्त्र के नियमों का पालन करने से व्यक्ति का जीवन आसान हो जाता है। कई चीजें ऐसी होती हैं, जिन्हें कुछ खास दिनों या समय पर खरीदना मना माना जाता है। अक्सर हमारे बुजुर्ग हमें इन बातों को लेकर रोकते और टोकते हैं, लेकिन कई लोग इन्हें नकारते रहते हैं। नतीजतन, जब सब कुछ ठीक चल रहा होता है, तब भी जीवन में समस्याएं होने लगती हैं और हमें इसके पीछे का कारण समझ में नहीं आता है। आपका भाग्य और दुर्भाग्य भी आपके द्वारा की जाने वाली खरीदारी से जुड़ा हुआ है। उनमें से एक जूते-चप्पल खरीद रहा है। आइए जानते हैं कि किस दिन जूते और चप्पल नहीं खरीदना चाहिए-
किस दिन नहीं खरीदना चाहिए जूते और चप्पल
वास्तु शास्त्र में ऐसी कई चीजें हैं, जिन्हें खरीदना मना है। उनमें से एक है फुटवियर। हर व्यक्ति अपनी सुविधा और जरूरत के हिसाब से फुटवियर खरीदता है। लेकिन अमावस्या, मंगलवार, शनिवार या ग्रहण के दिन जूते-चप्पल खरीदने से बचना चाहिए। इसलिए ऐसा माना जाता है कि मुश्किलें बढ़ती हैं।
इस दिन क्यों न खरीदें जूते-चप्पल
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि और पैर का आपस में संबंध है। इसलिए बड़े बुजुर्ग अक्सर कहते थे कि शनिवार के दिन जूते-चप्पल नहीं खरीदना चाहिए। यदि आप शनिवार के दिन जूते-चप्पल खरीदते हैं तो व्यक्ति का होता है। इससे शनि नाराज होते हैं और घर में दुख, दरिद्रता बढ़ती है।
इस दिन खरीदना या पहनना चाहिए नए जूते-चप्पल
वास्तु शास्त्र भी नए जूते और चप्पल खरीदने और पहनने के शुभ दिन के बारे में बताता है। ऐसा माना जाता है कि शुक्रवार के दिन नए जूते-चप्पल खरीदना और शुक्रवार को नए जूते-चप्पल पहनना सबसे अच्छा माना जाता है।
इस दिन फेंकना चाहिए जूते-चप्पल
वास्तु शास्त्र में अप्रयुक्त या फटे पुराने जूते और चप्पल को फेंकने का भी उल्लेख है। परंपरा के अनुसार पुराने जूते-चप्पल शनिवार के दिन किसी भी शनि मंदिर के बाहर रखना चाहिए। इस उपाय से व्यक्ति शनि के बुरे प्रभाव से बच जाता है।
यहां नहीं रखने चाहिए जूते-चप्पल
वास्तु शास्त्र के अनुसार जिस बिस्तर पर आप सोते हैं उसके नीचे जूते-चप्पल नहीं रखने चाहिए। ऐसा करने से बिस्तर पर सोने वाले व्यक्ति की सेहत पर विपरीत असर पड़ता है और में भी दरार आ जाती है।