धर्मशास्त्र

आषाढ़ अमावस्या के साथ 10 तारीख को भी शनिवार के दिन अमावस्या अंशयोग : अशुभ फल से मुक्ति मिलेगी

जगदीश राठौर
आषाढ़ अमावस्या  के साथ 10 तारीख  को भी शनिवार के दिन अमावस्या अंशयोग : अशुभ फल से मुक्ति मिलेगी
आषाढ़ अमावस्या के साथ 10 तारीख को भी शनिवार के दिन अमावस्या अंशयोग : अशुभ फल से मुक्ति मिलेगी

रतलाम. पंडित पुष्पराज आचार्य ने पालीवाल वाणी को बताया कि इस बार आषाढ़ मास की अमावस्या तिथि 09 जुलाई 2021 को पड़ रही है. जो कि दिनभर पर्यंत रहने के बाद अगले दिन 10 तारीख शनिवार को प्रातः 6 : 45 तक रहेगी. इसलिए शनिश्चराचर अमावस्या का दिन भी दान पुण्य करने का रहेगा जो जातक शनि की साढ़ेसाती ढैयया या शनि की खराब महादशा से गुजर रहे हैं, वह भी शनिवार के दिन शनि महाराज की अपील चढ़ा सकते हैं. हनुमान जी के सुंदरकांड का पाठ कर सकते हैं, ऐसा करने पर अशुभ फल से मुक्ति मिलेगी. इस दिन पवित्र नदी में स्नान और दान करने का विशेष महत्व माना जाता है. पितरों का तर्पण, पिंडदान, कालसर्पदोष निवारण आदि करने के लिए अमावस्या तिथि बहुत उत्तम मानी जाती है. इस दिन पितरों के निमित्त दान करने से उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है. जिससे आपके जीवन में खुशहाली बनी रहती है. ज्योतिष शास्त्र में अमावस्या को विशेष तिथि माना जाता है. मान्यता है कि इस दिन किए गए उपाय विशेष फलदायी होते हैं. यदि आपके जीवन में किसी प्रकार की समस्याएं चल रही हैं या फिर किसी की कुंडली में कालसर्प योग का निर्माण हो रहा हो तो अमावस्या तिथि पर कुछ उपायों को करके आप इन समस्याओं से मुक्ति प्राप्त कर सकते हैं. ये उपाय सरल होने के साथ साथ कारगर भी माने जाते हैं. 

● तो आइए जानते हैं : ’आर्थिक तंगी, बेरोजगारी, शत्रु बाधा आदि समस्याओं के मुक्ति पाने के उपाय-’’ मछलियों को आटे की गोलियां खिलाने से समस्याओं से मुक्ति प्राप्त होती है. 

● समस्याओं से मुक्ति के लिए उपाय : यदि आपके जीवन में एक के बाद एक परेशानियां आ रही हैं तो अमावस्या के दिन प्रात : स्नान करने के बाद ईश्वर का लगातार स्मरण करते हुए आटे की गोलियां बनाएं. इसके बाद किसी तालाब या नदी आदि पर जाकर इन गोलियों को मछलियों को खिलाएं. इससे धीरे-धीरे कुछ ही समय में समस्याओं का अंत होने लगता है. इसके अलावा अमावस्या तिथि पर आटे में शक्कर मिलाकर काली चींटियों को खिलाना चाहिए. इससे पापकर्मों का क्षय होता है व पुण्यकर्म अर्जित होते हैं. जिससे आपको समस्याओं व दुर्भाग्य से छुटकारा मिलता है व मनोकामना पूर्ति में सहायता मिलती है.

● ’काल सर्प दोष के अशुभ प्रभाव से मुक्ति प्राप्त करने के उपाय’’ : यदि किसी की कुंडली में कालसर्प दोष हो तो उसका उपाय करने के लिए अमावस्या तिथि उत्तम मानी जाती है. इस दिन किसी नदी में स्नान करने के पश्चात चांदी से निर्मित नाग-नागिन के जोड़े की पूजा करनी चाहिए, इसके लिए किसी पुरोहित की सहायता लें. पूजा करने के बाद चांदी के नाग-नागिन के जोड़े को बहते जल में प्रवाहित कर देना चाहिए. कालसर्प दोष के अशुभ प्रभावों से मुक्ति के यह उपाय बहुत कारगर माना जाता है.

● रोजगार प्राप्ति का उपाय : यदि आप रोजगार को लेकर परेशान हैं और बहुत प्रयास करने पर भी आपको इस समस्या का अंत नजर नहीं आ रहा है तो अमावस्या को सुबह के समय एक नींबू लेकर उसे साफ कर लें और अपने मंदिर में रख दें. अब रात्रि में इसे अपने सिर से सात बार उतारकर चार बराबर भागों में काट लें और किसी चौराहे पर जाकर चारों दिशाओं में एक-एक टुकड़ा फेक दें. इसके बाद बिना पीछे देखे वापस घर आ जाएं. माना जाता है कि इससे रोजगार प्राप्ति के रास्ते खुलने लगते हैं.

● धन प्राप्ति का उपाय : यदि आपके जीवन में धन संबंधित समस्याएं चल रही हैं या फिर धन वृद्धि करना चाहते हैं तो अमावस्य को संध्याकाल में अपने घर के ईशान कोण में गाय के शुद्ध घी का दीपक प्रज्वलित करें. लेकिन इस बात का ध्यान रखें की रुई के स्थान पर लाल रंग के सूती धागे का उपयोग करना है. दीपक में कुछ धागे केसर के भी डाल दें. माना जाता है कि इससे मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और आपकी धन संबंधित समस्याओं का अंत होता है व धन वृद्धि के लिए भी यह उपाय बहुत कारगर माना जाता है.

● शत्रु बाधा से मुक्ति का उपाय : यदि आप शत्रुओं से परेशान हैं तो अमावस्या की रात्रि में रोटी पर तेल चुपड़कर किसी काले रंग के कुत्ते को खिला दें. यदि कुत्ता वह रोटी खा लेता है तो यह उपाय सफल माना जाता है. मान्यता है कि इस उपाय को करने से आपके दुश्मन शांति होने लगते हैं. 

● पालीवाल वाणी मीडिया नेटवर्क. जगदीश राठौर...✍️

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