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Babri Masjid : बाबरी मस्जिद का शहादत दिवस मना रही लालू यादव की पार्टी, राजनीती के लिए राम को भूले

Paliwalwani
Babri Masjid : बाबरी मस्जिद का शहादत दिवस मना रही लालू यादव की पार्टी,  राजनीती के लिए राम को भूले
Babri Masjid : बाबरी मस्जिद का शहादत दिवस मना रही लालू यादव की पार्टी, राजनीती के लिए राम को भूले

भारत में इस समय राजनेताओं के लिए जनता की भलाई से ज्यादा उनके वोट जरुरी है. राजनेताओं को सिर्फ वोट से मतलब है. ताज़ी खबर बिहार से आ रही है. यहाँ राष्ट्रीय जनता दल (RJD) सोमवार 6 दिसम्बर को बाबरी मस्जिद का शहादत दिवस मनाएगा. पटना स्थित प्रदेश कार्यालय में इसको लेकर तैयारियां शुरू की जा चुकी है. आरजेडी कार्यालय में होने वाले इस कार्यक्रम को लेकर रविवार को ही जानकारी दे दी गई थी.

आरजेडी की और से कहा गया कि, सोमवार बाबरी मस्जिद शहादत दिवस का आयोजन किया जाएगा. इसी दिन डॉक्टर भीमराव आंबेडकर की पुण्यतिथि भी मनाई जाएगी. इस दौरान कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह करते हुए नज़र आएंगे.

इस कार्यक्रम के लिए पार्टी के तमाम नेताओं को बुलाया गया है. ऐसे में आज दोपहर एक बजे से इस कार्यक्रम का आयोजन किया जाना है. हालांकि इस कार्यक्रम को लेकर विरोधियों में तरह-तरह की चर्चा भी हो रही है.

आरजेडी कार्यालय में यह पहली बार नहीं हो रहा
वहीं इस बारे में आरजेडी के एक नेता का कहना है कि भीम राव आंबेडकर की पुण्यतिथि भी छह दिसंबर को है और इसी दिन बाबरी मस्जिद का शहादत दिवस भी है. इसी वजह से दोनों कार्यक्रम एक साथ मनाए जाएंगे. साथ ही कहा कि, आरजेडी कार्यालय में ये कोई पहली बार नहीं हो रहा है. हर साल यह होता है और 1992 से ही यह होता आ रहा है. जहां भीमराव आंबडेकर का कार्यक्रम होता है वहीं बस एक पास में बैनर लगा दिया जाता है. सुप्रीम कोर्ट से जब इस मसले पर फैसला आ गया उसके बाद यह पहली बार है जब राजद की ओर से यह आयोजन किया जा रहा है.

गौरतलब है कि 6 दिसंबर, 1992 को अयोध्या में विवादित ढांचे को गिरा दिया गया था. इसके बाद से इस तारीख को विभिन्न संस्था व संगठनों की ओर से बाबरी मस्जिद शहादत दिवस मनाया जाता है. इसके साथ ही कई अन्य जगहों पर भी इसको लेकर कई तरह के कार्यक्रम बनाये जाते है.

सूत्रों की मानें तो बाबरी मस्जिद शहादत दिवस मनाने का फैसला पार्टी के मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने किया है, लेकिन आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर इसे बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है. जानकारों की मानें तो इस आयोजन के कारण राष्ट्रीय जनता दल अपने विरोधियों के निशाने पर आ सकता है. राजद के इस आयोजन के बाद कोर्ट के फैसले पर एक नयी बहस शुरू हो सकती है. बता दें कि राष्ट्रीय जनता दल अथवा राजद भारत का एक प्रमुख राजनैतिक दल है. इस दल की स्थापना 5 जुलाई 1997को हुई थी. इस दल के संस्थापक एवं अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव हैं. इस दल का मुख्य जनाधार भारत के बिहार राज्य में है.

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