राजस्थान
हाय रे महंगाई : पेट्रोल और डीजल के बाद अब जनता पर टोल की मार, 10 प्रतिशत तक बढ़ेंगी दरें
Paliwalwani
पट्रोल, डीजल और गैस की कीमतों में बढ़ोतरी के बाद प्रदेश की जनता को एक और झटका लगने वाला है। एक अप्रेल से राज्य में नेशनल हाईवे पर चलना महंगा हो जाएगा। राजस्थान से गुजर रहे 10350 किलोमीटर नेशनल हाईवे में से 90 प्रतिशत पर टोल दर में पांच से 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी की जाएगी।
राजस्थान NHAI ने टोल बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिल्ली भेज दिया है और दो से तीन दिन में इसकी मंजूरी भी आ जाएगी। राजस्थान में 10 हजार किलोमीटर नेशनल हाईवे पर NHAI ने 94 टोल प्लाजा बनाए हैं। इनमें से 82 पर टोल दर एक अप्रेल से पांच से 10 प्रतिशत तक बढ़ने की संभावना है। ऐसे में दो से तीन नेशनल हाईवे को छोड़कर सभी टोल पर ज्यादा पैसा देना होगा।
हर साल दरें तय करने का प्रावधान
एनएचएआई के नियमों में महंगाई सूचकांक के आधार पर हर साल टोल दरें रिवाइज करने का प्रावधान है। जयपुर-दिल्ली हाईवे को छोड़कर आज तक कभी ऐसा नहीं हुआ जब टोल की दरें कम हुई हों। हर वर्ष पांच से दस प्रतिशत की बढ़ोतरी टोल में हो रही है।
27 जिलों में नेशनल हाईवे पर लागू
राजस्थान के 33 जिलों में से करीब 27 जिलों के एनएचएआई पर बढ़ी दर से टोल चुकाना होगा। जानकारी के अनुसार इनमें अजमेर, पाली, सिरोही, जयपुर, नागौर, बाड़मेर, जैसलमेर, टोंक, श्रीगंगानगर, कोटा, बारां, झालावाड़, सीकर, चूरू, झुंझुनूं, बीकानेर, जोधपुर, राजसमंद, भीलवाड़ा, धौलपुर, उदयपुर, जालोर, चित्तौड़गढ़, करौली, बूंदी, सवाईमाधोपुर और दौसा जिले के टोल प्लाजा शामिल हैं। जयपुर जिले में रिंग रोड, मनोहरपुर-दौसा, जयपुर-टोंक-देवली नेशनल हाईवे पर अधिक टोल देना होगा। इन नेशनल हाईवे पर पांच टोल प्लाजा बने हुए हैं।
हाईवे निर्माण के मामले में राजस्थान तीसरे स्थान पर
देश में नेशनल हाईवे निर्माण के मामले में राजस्थान तीसरे स्थान पर है। पहले स्थान पर महाराष्ट्र है, जहां 18 हजार से अधिक किलोमीटर हाईवे का निर्माण किया जा चुका है। दूसरे स्थान पर यूपी है, जहां अब तक 12 हजार से अधिक किमी नेशनल हाईवे बन चुके हैं। इनके बाद राजस्थान का नंबर है।