राजस्थान
नकली घी, दूध के बाद अब सरसों भी फर्जी! मिलावटखोरो ने किया करोड़ों का घोटाला : खुलासा
paliwalwani
Devendra Kumar
अलवर. राजस्थान के अलवर में सिर्फ दूध और मावा ही नकली नहीं बनाया जा रहा बल्कि नकली सरसों भी तैयार की जा रही है। अलवर में नकली सरसों बनाने का बड़ा मामला सामने आया है। पुलिस ने इस मामले में छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों में नकली सरसों बनाने का मुख्य सरगना भी शामिल है।
आरोपी 3 मशीनों से नकली सरसों बना रहे थे। मामले का खुलासा होने के बाद पुलिस दंग रह गई. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 318(3), 274 बीएनएस और 48-49 खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस अब इस बात की जांच कर रही थी कि वे नकली सरसों कैसे बना रहे थे।
उन्होंने अब तक असली सरसों में कितनी नकली सरसों मिलाई है। डीएसटी टीम ने किशनगढ़बास डीएसपी राजेंद्र सिंह निर्वाण के नेतृत्व में इस कार्रवाई को अंजाम दिया है। डीएसपी ने बताया कि यह मामला तब सामने आया जब नेफेड के राज्य प्रमुख महेंद्र सिंह रावत ने इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई. गोदाम में कुल 7,576.40 मीट्रिक टन सरसों जमा थी।
पता चला कि गोदाम में 105.595 मीट्रिक टन सरसों बची हुई थी
4 से 26 नवंबर 2024 के बीच 7,470.808 मीट्रिक टन सरसों निकाली गई। उसके बाद भी गोदाम में 105.595 मीट्रिक टन सरसों बची हुई थी। बिक्री के दौरान खरीदारों ने स्टॉक में नकली और मिलावटी सरसों की शिकायत की। इसके बाद 27 नवंबर को एएसडब्ल्यूसी, राजफेड और नैफेड के अधिकारियों ने खैरथल स्थित राजकीय गोदाम की संयुक्त रूप से जांच की। सरसों नकली और मिलावटी पाए जाने के बाद पुलिस ने सबसे पहले इस मामले में सहकारी क्रय विक्रय समिति रामगढ़ के कर्मचारी माधो चौधरी को गिरफ्तार किया।
आरोपी लंबे समय से नकली सरसों के धंधे में लिप्त थे
इसके बाद असली सरसों में नकली सरसों मिलाकर बेचने वाले उन्नास खान, ट्रांसपोर्टेशन का काम संभालने वाले साहिल खान और नकली सरसों बनाने के मुख्य आरोपी सुरेश यादव को गिरफ्तार किया गया। इनके साथ ही नकली सरसों बनाने में सुरेश यादव की मदद करने वाले ओमप्रकाश और उसके साथी सुरेश चौधरी को भी इस काम में गिरफ्तार किया गया। पुलिस के अनुसार ये सभी आरोपी लंबे समय से नकली सरसों के धंधे में लिप्त थे।
3 मशीनों से बनाई जा रही थी नकली सरसों
पुलिस जांच में सामने आया कि धानखेड़ा में आरोपी सुरेश यादव के घर पर 3 मशीनों से नकली सरसों बनाई जा रही थी। इसमें ओमप्रकाश और सुरेश चौधरी पार्टनर थे। माधो चौधरी सहकारी समिति का कर्मचारी होने का फायदा उठाकर इस काम को अंजाम देता था। पुलिस ने नकली सरसों बनाने वाली तीन मशीनें, इलेक्ट्रिक मोटर, छलनी और अन्य उपकरण जब्त किए हैं। डीएसपी राजेंद्र सिंह ने बताया कि पुलिस पूरे मामले की हर एंगल से जांच कर रही है। इस रैकेट से जुड़े अन्य लोगों की भी तलाश की जा रही है।