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तिरुपति के लड्डू में चर्बी मिलाने वाले दबोचे गए, 4 गुनहगार CBI की गिरफ्त में
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तिरुपति.
तिरुपति मंदिर के प्रसिद्ध लड्डू प्रसादम में मिलावटी घी इस्तेमाल करने के मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने रविवार को चार लोगों को गिरफ्तार किया. यह कार्रवाई सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद हुई, जिसमें पिछले साल अक्टूबर में विशेष जांच टीम (SIT) को इस घोटाले की जांच करने के निर्देश दिए गए थे.
गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान भोले बाबा डेयरी (रुड़की, उत्तराखंड) के पूर्व निदेशक विपिन जैन और पोमिल जैन, वैष्णवी डेयरी (पूनमबक्कम) के सीईओ अपूर्व विनय कांत चावड़ा और एआर डेयरी (डुंडीगल) के एमडी राजू राजशेखरन के रूप में हुई है.
फर्जी दस्तावेजों और मुहरों का इस्तेमाल किया : CBI अधिकारियों ने बताया कि इन आरोपियों से तीन दिनों तक तिरुपति में पूछताछ की गई, लेकिन उन्होंने जांच में सहयोग नहीं किया, जबकि उनके खिलाफ पर्याप्त प्राथमिक साक्ष्य मौजूद थे. जांच में घी की आपूर्ति की आड़ में कई उल्लंघनों का पता चला, जिसमें टेंडर जीतने के लिए फर्जी दस्तावेजों और मुहरों का इस्तेमाल करना शामिल है. CBI की जांच में कई चौंकाने वाली बातें सामने आईं. प्राप्त जानकारी के लिए घी सप्लाई का टेंडर हासिल करने के लिए फर्जी दस्तावेज और सील का इस्तेमालकिया गया.
सुप्रीम कोर्ट की टीम कर रही है जांच : वैष्णवी डेयरी ने रिकॉर्ड में हेरफेर किया और भोले बाबा डेयरी से घी सप्लाई करने का दावा किया, जबकि भोले बाबा डेयरी इतनी बड़ी मात्रा में घी आपूर्ति करने में सक्षम नहीं थी. इसके अलावा सप्लाई में गड़बड़ियां पाई गईं और झूठे दस्तावेजों के सहारे मिलावटी घी भेजा गया. इस पूरे मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट की तरफ से गठित विशेष टीम कर रही है, जिसमें CBI, आंध्र प्रदेश सरकार और भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) के अधिकारी शामिल हैं.
कैसे उठा था विवाद? : सितंबर 2023 में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा था कि पिछली वाई. एस. जगनमोहन रेड्डी सरकार के कार्यकाल में तिरुपति लड्डू में मिलावटी घी के साथपशु चर्बी का इस्तेमाल किया गया था.
जांच टीम ने तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) द्वारा घी की खरीद प्रक्रिया और उसकी गुणवत्ता जांच के रिकॉर्ड की बारीकी से जांच की. एसआईटी यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि पिछली सरकार के कार्यकाल में घी की आपूर्ति में क्या अनियमितताएं हुई थीं. अब इस मामले में सीबीआई की गिरफ्तारी के बाद इस घोटाले के और बड़े खुलासे होने की उम्मीद है.