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मुख्यमंत्री ने दी छत्तीसगढ़ को सौगात : जीत मिलने पर लगाई मोहर, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई बनेगा जिला

Paliwalwani
मुख्यमंत्री ने दी छत्तीसगढ़ को सौगात : जीत मिलने पर लगाई मोहर, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई बनेगा जिला
मुख्यमंत्री ने दी छत्तीसगढ़ को सौगात : जीत मिलने पर लगाई मोहर, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई बनेगा जिला

छत्तीसगढ़ : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आम जनता की सहूलियत के लिए प्रशासनिक इकाईयों के विकेन्द्रीकरण के अपने वायदे को आगे बढ़ाते हुए आज खैरागढ़ छुईखदान गंडई को नया जिला बनाने की घोषणा की. यह नया जिला छत्तीसगढ़ राज्य का 33वां जिला होगा. मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल द्वारा अपनी सरकार की सवा तीन साल के कार्यकाल के दौरान राज्य की जनता को 6 नए जिलों की सौगात दे चुके हैं.

छत्तीसगढ़ में एक और नया जिला बनाने की घोषणा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कर दी है। इस जिले का नाम खैरागढ़-छुईखदान-गंडई होगा जो राज्य का तैतीसवां जिला होगा। खैरागढ़ उपचुनाव में मिली जीत के ही दिन मुख्यमंत्री ने इसकी घोषणा कर दी। कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में ये वादा किया था कि अगर 16 अप्रैल 2022 को वो चुनाव जीतती है तो तुरंत इसकी घोषणा कर दी जाएगी।

खैरागढ़ में चुनाव प्रचार के दौरान राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जनता की नब्ज़ पकड़ ली थी। साथ ही इसके नाम में छुईखदान और गंडई को जोड़ने की भी बात कही थी। पूरे चुनाव के दौरान खैरागढ़ को जिला बनाने का मुद्दा ही हावी रहा। कांग्रेस के इस वादे का नतीजा था कि लोगों ने पार्टी के पक्ष में जमकर वोट डाला। 12 अप्रैल को हुए मतदान में 78 फीसदी वोटिंग हुई थी। आज मतगणना शुरू होने के बाद कांग्रेस की प्रत्याशी यशोदा वर्मा ने लगातार बढ़त बनाए रखा और 20000 से ज्यादा वोटों के अंतर से जीत गई।

उपचुनाव में मिली जीत का प्रमाण पत्र मिलने के तीन घंटे के अंदर ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जिला बनाने की घोषणा कर दी। साथ ही उन्होंने साल्हेवारा को पूर्ण तहसील और जालबांधा को उप तहसील बनाने का भी ऐलान किया। भूपेश बघेल के अब तक के सवा तीन साल के मुख्यमंत्री काल में अब तक 5 नए जिले बन चुके हैं।

क्या महत्व है खैरागढ़ का? :  अब तक खैरागढ़ नक्सल प्रभावित जिले राजनांदगांव का हिस्सा था। ये सीट भारतीय जनता पार्टी के लिए भी काफी मायने रखती थी क्योंकि पूर्वमुख्यमंत्री रमन सिंह इसी क्षेत्र से आते हैं। लेकिन मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से लेकर केंद्रीय मंत्रियों तक के प्रचार के बावजूद बीजेपी वापसी नहीं कर सकी। इस उपचुनाव के नतीजे को मौजूदा कांग्रेस सरकार के रिपोर्ट कार्ड की तरह भी देखा जा सकता है, छत्तीसगढ़ में 2023 में विधानसभा चुनाव होने हैं।

खैरागढ़-छुईखदान-गंडई के नया जिला बनने से इस क्षेत्र की जनता को अब अपने काम-काज के लिए राजनांदगांव नही जाना पड़ेगा। गौरतलब है कि खैरागढ़-छुईखदान-गंडई की दूरी राजनांदगांव से लगभग 40-90 किलोमीटर है। इस नवीन जिले के साल्हेवारा-बकरकट्टा के अंतिम छोर की गांव की दूरी वर्तमान जिला मुख्यालय राजनांदगांव से लगभग 125 किलोमीटर है। इन इलाकों के लोगों को शासकीय काम-काज से जिला मुख्यालय राजनांदगांव आना-जाना बेहद कठिन, खर्चीला रहा है। नया जिला बनने से लोगों को जिला मुख्यालय आना-जाना आसान होगा। नये जिले के गठन से अंचल में स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क जैसी बुनियादी सुविधाएं और सुदृढ़ होंगी।

 

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