नाथद्वारा
श्री जी परिवार ने नि:शुल्क अन्नजल प्रकल्प किए बन्द, प्रशासन पर लगाया असहयोग का आरोप
Suresh Bhattराजसमंद। प्रभु श्रीनाथ नगरी नाथद्वारा में श्रीजी परिवार ट्रस्ट की और से विगत तीन माह से की जा रही नि:शुल्क अन्न क्षेत्र (कढ़ी-खीचड़ी प्रसाद) योजना एवं एक साल से अधिक समय से नि:शुल्क शुद्ध पेयजल के लिए चल रहा हैं। जल मन्दिर प्रशासनिक असहयोग के कारण बन्द की जा रहीं हैं। बुधवार को संस्थापक अध्यक्ष मदन दवे महाराज ने प्रेसवार्ता कर पत्रकारों को बताया कि संस्ािान द्वारा नि:स्वाथ रूप से किए जा रहे धार्मिक कार्यों में मंदिर मण्डल व प्रशासन दबाव बनाकर अपने चहेतों को फायदा पहुचाने में लगे हुए है। उन्होंने बताया कि श्रीजी परिवार की और से नाथद्धारा में न्यू कॉटेज के समीप एवं गोविन्द चौक में विगत तीन माह से नि:शुल्क शुद्ध एवं साध्विक कढ़ी खिचड़ी सुदामा वर्ग एवं समस्त श्रद्धालु वैष्णव जनों को दोनो समय वितरित की जा रही थी। इस प्रकरण को लेकर श्रीजी परिवार ट्रस्ट अध्यक्ष मदन महाराज दवे के नेतृत्व में एक प्रतिनिधी मण्डल ने अतिरिक्ति जिला कलक्टर ब्रजमोहन बैरवा को ज्ञापन सौंपकर उचीत कार्यवाही की मांग की।
नि:शुल्क वितरण है प्रमुख कारण
नगर के प्रमुख सात स्थानों पर एक साल से अधिक समय से शुद्ध एवं शीतल पेयजल (हेम्पर का पानी) नि:शुल्क उपलब्ध कराया जा रहा था। जिन्हे अब बंद किया जा रहा हैं। इस सम्बध में संस्थापक अध्यक्ष मदन दवे महाराज का कहना हैं कि नाथद्वारा में कुछ निहित स्वार्थी तत्वों को यह बर्दास्त नहीं हो रहा था कि यहां की होटलों में 80 रुपये से 200 रुपया प्रति प्लेट मिलने वाली खिचड़ी सुदामा वर्ग एवं वैष्णवजनों को क्यूं नि:शुल्क मिल रहीं तथा 20 से 40 रुपया मूल्य की पानी की बॉटल जैसा शुद्ध पानी लोगों को क्यूं मिले। इस योजना के कारण यहां के होटल व्यवसाइयों को होने वाले नुकसान से बचाने के लिए प्रशासन नि:शुल्क मिलने वाले खिचड़ी काउण्टर को हटवाना चाहती है।
पहले भी करवाया था बंद
दवे ने आरोप लगाते हुए कहा कि नाथद्वारा में इसी प्रकार पूर्व में भी पीवी दलाल ट्रस्ट की और से पांच रुपया में एक थाली भोजन योजना बन्द कराया गया था।देश के तकरीबन सभी धार्मिक स्थानों पर श्रद्धालुजनों के लिए नि:शुल्क अन्न क्षेत्र के भण्डारे चलाए जाते हैं। फिर श्रीकृष्ण धाम में आने वाले श्रद्धालु सुदामा वर्ग को नि:शुल्क शुद्ध भोजन प्रसाद मिले उपलब्ध कराने के पवित्र ध्यैय के कारण यह प्रकल्प प्रारम्भ किए। परन्तु जिम्मेदार वर्ग एवं स्थानीय प्रशासन के असहयोग के कारण स्वार्थी तत्वों द्वारा लगातार परेशान करने वाली कार्यवाहिया की जा रहींहैं।
धमकाने का शिलशिला जारी
श्रीजीपरिवार के कार्यकर्ता सेवकों को धमकाया जाता हैं उनके साथ दुरव्यवहार होता हैं तथा नगरपालिका व मन्दिर मण्डल द्वारा भी स्थान को लेकर आपश्रियां की जाती हैं। जबकि अतिक्रमियों केा संरक्षण दिया जाता हैं। महाराज ने श्रीजीसेवा के प्रकल्पों को हर हाल में जारी रखने के संकल्प को दोहराते हुए कहा कि सेवा तो जारी रहेगी पर स्वरुप बदल जाएगा। अन्न क्षेत्र एवं जलमन्दिरों को बंद करने के निर्णय के लिए उन्हौनें प्रशासनिक असहयोग के साथ-साथ जागरुक लोगों की चुप्पी को भी जवाब देह बताया है।
फोटो- प्रशासन द्वारा सेवा प्रकल्पों के कार्यों को बंद करवाने व असहयोंग के को लेकर एडीएम को ज्ञापन सौपते श्रीजी परिवार ट्रस्ट अध्यक्ष मदन महाराज दवे के साथ प्रतिनिधी मण्डल।