मुम्बई
मुंबई में गेटवे ऑफ इंडिया के पास नेवी की स्पीड बोट से टकराई नाव : अब तक 13 की मौत
paliwalwaniमुंबई. महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में गेटवे ऑफ इंडिया के पास करीब 110 यात्रियों को लेकर जा रही नाव समंदर में पलट गई. इस हादसे में अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है, और कई लोग लापता बताए जा रहे हैं. फिलहाल राहत-बचाव कार्य जारी है. लापता यात्रियों की तलाश समुद्र में की जा रही है. मुख्यमंत्री देवेंद्र फणडवीस ने भी हादसे का संज्ञान लिया है.
हादसे की सूचना मिलते ही नौसेना, जेएनपीटी, तटरक्षक बल, पुलिस और स्थानीय मछुआरों की नौकाओं की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया. रेस्क्यू टीम ने नाव में सवार 80 लोगों को बाहर निकाला, जबकि पांच लापता हैं. अभी इनकी तलाश की जा रही है. हादसे में अभी तक 13 यात्रियों की मौत हुई है.
इस खौफनाक हादसे का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसे टक्कर से ठीक पहले नाव पर सवार एक यात्री द्वारा रिकॉर्ड किया गया है. वीडियो में देखा जा सकता है कि शांत समंदर में लोग अपनी यात्रा का मजा ले रहे हैं, इसी बीच समंदर में जिग-जैग करती एक स्पीडबोड यात्रियों का ध्यान अपनी और आकर्षित करती है.
वीडियो रिकॉर्ड करने वाला शख्स स्पीडबोड पर फोकस करता है. तभी तेज रफ्तार स्पीडबोड अचानक यात्री नाव से टकरा जाती है. वीडियो में देखा जा सकता है कि स्पीड बोट के टकराने से नीलकमल फेरी नाव पलट गई. इस दर्दनाक घटना में 13 लोगों की मौत हो गई, जिनमें 10 आम नागरिक और 3 नौसेना कर्मी शामिल हैं. हादसे के समय नाव पर 115 यात्री और चालक दल के 5 सदस्य सवार थे.
यह नाव मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया से एलिफेंटा द्वीप जा रही थी. शाम करीब 4 बजे स्पीड बोट तेज रफ्तार में नियंत्रण खो बैठी और नीलकमल फेरी से टकरा गई.
नेवी की नाव ने यात्री नाव में मारी टक्कर
नीलकमल बोट के मालिक राजेंद्र परते ने बताया कि नेवी की स्पीड बोट आई. उसने नाव को टक्कर मारी. वहीं हादसे की जानकारी मिलते ही इलाके की अन्य नावें मौके पर पहुंच गईं. उन्होंने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया. हादसे को लेकर मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने कहा कि खबर मिली है कि एलिफेंटा जा रही नीलकमल नाव दुर्घटनाग्रस्त हो गई है.
तत्काल सहायता के लिए नौसेना, तटरक्षक बल, बंदरगाह, पुलिस टीमों की नौकाएं भेजी गई हैं. हम जिला एवं पुलिस प्रशासन से लगातार संपर्क में हैं. सौभाग्य से नाव पर सवार अधिकांश लोगों को बचा लिया गया है. हालांकि, बचाव कार्य अभी भी जारी है.