महाराष्ट्र

मनी लॉन्ड्रिंग केस: चर्चित मंत्री के रिश्तेदार की बढ़ने वाली हैं मुश्किलें

Paliwalwani
मनी लॉन्ड्रिंग केस: चर्चित मंत्री के रिश्तेदार की बढ़ने वाली हैं मुश्किलें
मनी लॉन्ड्रिंग केस: चर्चित मंत्री के रिश्तेदार की बढ़ने वाली हैं मुश्किलें

नई दिल्ली | केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी (ED) की टीम शुक्रवार को अमित भोसले से पूछताछ कर रही है, ये पूछताछ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के उल्लंघन से जुड़े मामले में हो रही है. आरोपी अमित भोसले महाराष्ट्र के बेहद चर्चित कारोबारी अविनाश भोसले के पुत्र हैं. हालांकि, इनके जीजा विश्वजीत कदम महाराष्ट्र सरकार में मंत्री हैं. पिछले कुछ महीने पहले मनी लॉन्ड्रिंग मामले से जुड़े केस में ईडी ने एक मामला दर्ज किया था. उसके बाद मुंबई सहित कई अन्य लोकेशन पर छापेमारी की गई थी. छापेमारी के दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और सबूत जांच एजेंसी के तफ़्तीश करने वाली टीम के हाथों लगी थी.

लिहाजा उसी मामले की पड़ताल के लिए पूछताछ के लिए अमित भोसले को मुंबई जोन में स्थित ईडी दफ्तर में पूछताछ के लिए बुलाया गया है. इसी केस में गुरुवार को अमित भोसले के पिता अविनाश भोसले को भी जांच पड़ताल के लिए होने वाली पूछताछ के लिए बुलाया गया था, लेकिन वो ईडी दफ्तर नहीं गए. इसके साथ ही अमित भोसले की मां को भी ईडी ने पूछताछ के लिए नोटिस भेजा था, लेकिन वो भी पिछली नोटिस पर नहीं गई थीं. लिहाजा ईडी सूत्रों के मुताबिक कहा जा सकता है कि आने वाले वक्त में उनकी मुश्किलें और ज्यादा बढ़ने वाली हैं.

इस परिवार का राजनीतिक और कारोबारी बैकग्राउंड

अमित भोसले के पिता अविनाश भोसले, माता गौरी भोसले और अमित भोसले की बहन पर ईडी ने कुछ समय पहले FEMA कानून के तहत एक अन्य मामला दर्ज किया था. लेकिन पिछले कुछ समय पहले जांच एजेंसी द्वारा एक अन्य मामला अमित भोसले और उसकी कंपनी के खिलाफ दर्ज हो चुका है जो PMLA यानी मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा है. इस मनी लॉन्ड्रिंग केस में अमित भोसले के साथ उसके परिजनों से जुड़े मसले की भी जांच हो सकती हैं. इसलिए एक अनुमान ये भी लगाया जा रहा है कि आने वाले वक्त में विश्वजीत कदम की पत्नी समेत उस परिवार के कई अन्य लोगों की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं.

ईडी सूत्रों के मुताबिक कुछ महीने पहले गौरी भोसले की बेटी और विश्वजीत कदम की पत्नी स्वप्नाली कदम को भी इसी आरोप में पूछताछ के लिए नोटिस भेजा गया था. ईडी के सूत्रों के मुताबिक ये आरोप करीब 8 करोड़ से लेकर 10 करोड़ रुपये को अवैध तौर पर विदेश स्थित प्रॉपर्टी में निवेश से जुड़ा है. जिससे संबंधित प्रमाण सहित दस्तावेज की कॉपी अब जांच एजेंसी के पास मौजूद हैं. उसी से जुड़े मसले पर आगे की तफ़्तीश के लिए लगातार जांच एजेंसी कई लोगों के बयान दर्ज कर रही है और उसके आधार पर कई अन्य लोगों को पूछताछ के लिए ईडी दफ्तर में बुलाया जा रहा है.

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