इंदौर
नगर निगम की कार्रवाई पर फूटा MPCA चेयरमैन का गुस्सा : इंदौर में कोई भी इंटरनेशनल मैच नहीं होगा
Anil Bagoraइंदौर : आज इंदौर में खेले जाने वाला मैच का मुकाबला आखरी है, बीसीसीआई ने लिया बड़ा फैसला आज के बाद इंदौर में कोई भी इंटरनेशनल मैच नहीं होगा, रसूखदारों और नेतागिरी से परेशान हो कर मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन ने लिया बड़ा फैसला. आईपीएल फ्रेंचाइजी पहले ही भाग चुकी है. श्रीमान, मैं आज आईएमसी अधिकारियों और आयुक्त के अत्यधिक अनुचित, उच्चस्तरीय रवैये से बहुत व्यथित हूं.
1 आईएमसी ने संपत्ति कर बकाया के लिए एमपी क्रिकेट एसोसिएशन (एमपीसीए) कार्यालय पर आज 'छापा' मारा, जब कोई नहीं था। हमारे पास 31 मार्च '23 तक भुगतान करने का समय है। .फिर भी इंदौर शहर की छवि को बचाने के लिए आज हमें लगभग ₹ 32 लाख का भुगतान करना पड़ा, जब सबकी निगाहें यहीं पर टिकी हैं।
2. निगम की उपयुक्त लता अग्रवाल के नेतृत्व निगम टीम ने हमारे कार्यालय में धावा बोल दिया और निचले अधिकारियों को धमकाने के लिए एमपीसीए के लेखा अनुभाग में बैठ गई।
3. .उन्होंने पहले के मैचों के मनोरंजन कर की मांग की जो एमपीसीए द्वारा आयोजित नहीं किए गए थे।
4. उन्होंने कल होने वाले अंतरराष्ट्रीय टी20 मैच, आज होने वाले कल के मनोरंजन कर का भुगतान करने की मांग की।
5. वह कई अधिकारियों के साथ मेरे केबिन में आई और मुझे गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी।
6. .वह बार-बार दोहराती रही हमे निगम कमिश्नर सुश्री प्रतिभा पाल ने उसे हमारे पास भेजा है।
7. एक अंतरराष्ट्रीय खेल से एक दिन पहले, आईएमसी मेरे संगठन की बिना किसी गलती के करता है, जिसने कभी कर का भुगतान करने में गलती नहीं की थी। यह सब रिकॉर्ड में है।
8. यह सब, आईएमसी में युवा आईएएस अधिकारियों के लिए कुछ पास के लिए, मुझे बताया गया है। .क्या वे यहां सार्वजनिक सेवा के लिए हैं या अपने लिए, लोगों को आश्चर्य है?
9. मैंने अपनी परंपरा और शिष्टाचार के अनुसार खुद निगम कमिशनर प्रतिभा पाल को 25 पास पहले ही भेज दिए थे।
10. इस असहनीय घटना से मैं तत्काल महापौर श्री पी भार्गव और संभागायुक्त डाॅ शर्मा के संज्ञान में लाया हूं... कोई प्रभाव नहीं!
आप जनहित के इस गंभीर मामले को देखना चाहेंगे। पंजीकरण
आपका अपना,
अभिलाष खांडेकर
अध्यक्ष एमपीसीए
इंदौर
ये मैच शहर और शहर की जनता पर अहसान नहीं है..
- आप पैसे वाली संस्था हो अपनी मर्जी से जहां चाहे वहा स्टेडियम बनाए...
- कौन मना कर सकता है, आपके रसूख का मुकाबला भला कोई कैसे करे।
- हम खुशी मनाए कि भारत इस ग्राउंड पर हर मैच जीता मगर स्टेडियम के बाहर कितनी जिंदगी हारा इसका आपको इल्म नहीं।
- हो भी कैसे आप तो क्रिकेट को अफ़ीम की तरह परोसते है..और उसी नशे का कारोबार करते है।
- 40 लाख की आबादी का शहर आपके तमाशे से हलकान हो जाता है।
- नगर निगम, यातायात महकमा, पुलिस, इंटेलिजेंस तमाम संबंधित विभाग अलर्ट पर रहते है।
- फिर आपसे कोई विभाग लीगल शुल्क की मांग करे तो आप उसे शहर की इज्जत से जोड़ देते है।
- कृपया बताए शहर के यातायात का गला घोट कर
- टिकिट की ब्लैकमेलिंग कर, खेल की आड़ में अरबों का व्यापार करने के बाद...
- शहर का क्या भला किया आपने ..?
- प्लीज जनता को जीने दीजिए...
- या तो ये खेल तमाशा शहर से बाहर कीजिए...
- या फिर कोविड काल जैसे सारा तमाशा टीवी पर दिखाइए...
- हमे पता है..
- ऐसा कुछ आप करेंगे नही..
- यही कारण है कि जब नगर निगम ने आप पर कार्यवाई की तो आपकी भड़ास पर किसी ने समर्थन नहीं किया
- मौका समझाने का नही समझने का है
जय हो...