इंदौर
Jain wani : जैन संतों के साथ सिंगोली में हुई दुर्भाग्यपूर्ण व पीड़ादायक घटना पर गहरी भर्त्सना
राजेश जैन दद्दू
जैन संतों की सुरक्षा पर शासन प्रशासन नीति निर्धारण करे
राजेश जैन दद्दू
इंदौर. श्री नाकोड़ा जैन कांफ्रेंस के राष्ट्रीय अध्यक्ष अक्षय जैन ने सिंगोली में जैन संतों के साथ हुई, अमानवीय, पीड़ादायक और निंदनीय घटना होकर इस अवांछनीय घटना से समस्त जैन समाज ही नहीं, बल्कि पूरे देश के धार्मिक व नैतिक मूल्यों को झकझोर कर रख दिया है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष अक्षय जैन ने कहा कि यह केवल एक संप्रदाय पर नहीं, बल्कि हमारी भारतीय संस्कृति की सहिष्णुता, संयम और आध्यात्मिक गरिमा पर भी सीधा आघात है। जो असहनीय है।
जैन संत, जो अहिंसा, शांति, तप और संयम के प्रतीक होते हैं, सदैव समाज को नैतिकता व सदाचार की प्रेरणा देते आए हैं। ऐसे संतों के साथ इस प्रकार की हिंसक व अमानवीय घटना होना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और शर्मनाक है।
श्री नाकोड़ा जैन कांफ्रेंस इस कृत्य की कठोर शब्दों में भर्त्सना करता हैं और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिए जाने की पुरजोर मांग करते हैं।
जैन समाज सरकार से निम्नलिखित मांगें करते हैं :
1. घटना की निष्पक्ष और त्वरित जांच हो तथा दोषियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) या अन्य कठोर धाराओं के तहत कार्रवाई की जाए।
2. भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए सभी राज्यों को विशेष दिशा-निर्देश जारी किए जाएं।
3. धार्मिक साधु-संतों की यात्रा व ठहराव को सुरक्षित बनाने हेतु एक विशेष सुरक्षा तंत्र विकसित किया जाए।
4. पीड़ित संतों की चिकित्सा, सुरक्षा और मानसिक संबल हेतु राज्य सरकार तत्काल आवश्यक कदम उठाए।
5. पूरे प्रदेश में जैन समाज की धार्मिक स्वतंत्रता और सम्मान की रक्षा हेतु एक स्थायी समिति गठित की जाए।
समस्त जैन समाज एकजुट होकर इस अन्याय के विरुद्ध खड़ा है। हम शांति और संवैधानिक मार्ग से अपनी आवाज़ उठाते रहेंगे और तब तक शांत नहीं बैठेंगे जब तक दोषियों को न्याय के कटघरे में नहीं लाया जाता।